औरंगाबाद: रंगदारी वसूलने के लिए नक्सलियों ने फेंके पोस्टर, ठेकेदार को दी काम बंद करने की धमकी
नक्सलियों के द्वारा गांव में कई जगहों पर फेंके गए हैं. पोस्टर में इंद्रलोक कुमार को रणधीर सिंह का करीबी बताते हुए रणधीर सिंह को साइड पर बुलाने की बात कहते हुए काम बंद करने की धमकी दी गई है नही तो अंजाम बुरा होने की बात भी लिखी गयी है.
औरंगाबाद: औरंगाबाद में एक बार फिर नक्सली संगठन सक्रिय होने लगे हैं.इसका प्रमाण दिखा आज मदनपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरी में जहां नक्सलियों ने कई पोस्टर फेंके हैं जिसमें पूर्वी केताकी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रणधीर सिंह, उनके सहयोगी इंद्रलोक कुमार के नामों का जिक्र करते हुए भाजपा के एमएलसी राजन सिंह के गांव सुदी बिगहा काण्ड तथा देव के ही परड़िया के उप प्रमुख मनोज सिंह की निर्मम हत्या की बातें लिखी गयी है.
नक्सलियों के द्वारा गांव में कई जगहों पर फेके गए हैं. पोस्टर में भरत चौरसिया के पुत्र इंद्रलोक कुमार को रणधीर सिंह का करीबी बताते हुए रणधीर सिंह को साइड पर बुलाने की बात कहते हुए काम बंद करने की धमकी दी गई है नही तो अंजाम बुरा होने की बात कही गयी है. पोस्टर में पड़रिया के मनोज सिंह और सुदी बिगहा में एमएलसी के चाचा की हत्या का हवाला देते हुए दोनों का क्या हश्र हुआ उसे बताया गया है.
पोस्टर में यह भी कहा गया है कि इंदरलोक कुमार नक्सलियों से ज्यादा हिटलर, बलवान और पूंजीवादी नहीं है. यदि काम बंद नही हुआ तो वही होगा जो सुदी बिगहा और मनोज के साथ हुआ था. पोस्टर में एमसीसी जिंदाबाद तथा ठीकेदार के नाम पर मुर्दाबाद लिखा गया है. गांव में नक्सली पोस्टर मिलने के बाद ग्रामीणों में किसी अनिष्ट की आशंका को लेकर दहशत व्याप्त है.
इस मामले में मुखिया प्रतिनिधि रणधीर सिंह ने कहा कि डुमरी गांव में मनरेगा के तहत मिटटी वर्क का काम किया जा रहा था. लेकिन अब पोस्टर फेकें जाने के बाद वहां कार्य पर लगे मजदूरों ने काम बंद कर दिया है. उन्होंने बताया कि पोस्टर प्राप्त होने के बाद इसकी सूचना वॉट्सएप के द्वारा एसपी सुधीर पोरेका एसडीपीओ अनूप कुमार तथा देव थानाध्यक्ष को दी गयी है.मुखिया प्रतिनिधि सिंह ने पुलिस अधिकारियों से मामले में कार्रवाई करने तथा खुद की सुरक्षा की मांग की है.