औरंगाबाद: पिछले कई वर्षों से सफेद दूध का काला बाजारी करने के मामले सामने आते रहे हैं लेकिन सही सूचना नही मिलने के कारण उस पर नकेल कसने में पुलिस चूक जा रही थी.गुप्त सूचना के आधार पर रेकी कर पुलिस ने दूध के इस कारोबार में लिप्त 6 शातिर अपराधियों को न सिर्फ धर दबोचा है बल्कि उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. यह कार्रवाई औरंगाबाद के एसपी सुधीर पोरिका के नेतृत्व में मदनपुर थाना की पुलिस ने किया है.



प्राप्त जानकारी के अनुसार डेहरी ऑन सोन से हाजीपुर स्थित डेयरी फॉर्म के लिए दो बड़े बड़े टैंकरों से दूध को भेजा जाता था, परंतु दोनों टैंकर डिहरी से निकलकर एनएच 139 पटना रोड होकर जाने के बजाय एनएच दो के मार्ग होते हुए गया फिर जहानाबाद की तरफ से पटना जाया करते थे.



दूध का काला व्यवसाय करने वाले शातिर अपराधियों द्वारा दोनों टैंकरों को मदनपुर थाना क्षेत्र के दधपी गांव के समीप एनएच दो के उत्तर नीरज लाइन होटल के पीछे स्थित एक गोदाम के पास रोका जाता था. दोनों टैंकरों के आने के बाद यहां अपराधियों द्वारा प्रत्येक टैंकर से 500 लीटर दूध निकालकर उसमें उतनी ही मात्रा का पानी मिला दिया जाता था. इस प्रकार दोनों टैंकर से एक हजार लीटर दूध निकालकर लाखों रुपये की धोखाघड़ी का खेल जारी था.



इस पूरे धोखाघड़ी की जानकारी एसपी को प्राप्त हुई और उन्होंने सूचना के आधार पर इसकी रेकी कराई. जब पूरी तरह से आश्वस्त हो गए तो इस धोखाघड़ी में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और इस जाल में छह अपराधी पकड़ लिए गए.



पुलिस ने मौके से चार प्लास्टिक की टंकी, सहित पानी की मोटर पाइप, दो दूध का टैंकर,एक पिकअप वैन व अन्य सामान जब्त किया है. पकड़े गए अपराधियों में गया जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र के पलकिया गांव निवासी शमशेर सिंह, बक्सर जिला के सिकरौल थाना के रेका गांव निवासी टैंकर के खलासी ऋषिकेश यादव, गया जिले के आमस थाना के नीमा गांव निवासी पिकअप चालक अनिल कुमार, बक्सर जिला के नवानगर थाना के बैजनाथपुर निवासी टैंकर चालक विनोद सिंह, मदनपुर थाना क्षेत्र के चौखड़ा निवासी मृत्युंजय सिंह एवं दधपी गांव निवासी धर्मेंद्र सिंह शामिल हैं.



गिरफ्तार हुए अपराधियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि इस धंधे में रफीगंज थाना क्षेत्र के कड़सारा निवासी होटल संचालक नीरज सिंह, अरवल जिला के नसरेना निवासी चुमन सिंह आमस थाना क्षेत्र के दरिऔरा निवासी मंटू सिंह व रिंकू सिंह भी शामिल है. गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने चार मोबाइल फोन, 23 हजार नगद रुपया भी ज़ब्त किया है. छापेमारी के दौरान एक टैंकर का चालक और सह चालक पुलिस की गाड़ी आता देख फरार हो गए.



गौरतलब है कि एनएच 2 पर बड़ी संख्या में दूध के वाहन गुजरते हैं जिस कारण हाईवे पर दूध का अवैध कारोबार काफी दिनों से फल-फूल रहा है. कार्रवाई होने के बाद भी दूध माफिया इतने बेखौफ है कि चोरी करने से बाज नहीं आते.