Baba Siddique Shot Dead: मुंबई में एनसीपी अजित पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्टूबर) की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. बांद्रा के खेर वाड़ी सिग्नल के पास उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर उन पर तीन गोलियां चलाई गईं. गोली चलाने वाले कार से पहुंचे थे. इसके बाद लीलावती अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. बाबा सिद्धकी के सीने पर दो गोली लगी थी. एक गोली पैर में लगी थी. मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सीने में गोली लगने से बाबा सिद्दीकी की मौत हुई है. बाबा सिद्दीकी बिहार के रहने वाले थे.


बाबा सिद्दीकी का जन्म 1956 में पटना में हुआ था. पुश्तैनी घर की बात करें तो वह बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले थे. गोपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के शेखटोली गांव में बाबा सिद्दीकी का परिवार रहता था. कुछ साल पहले उन्होंने अपने बचपन को याद करते हुए फेसबुक पर पोस्ट भी किया था.


फेसबुक पर बाबा सिद्दीकी ने क्या लिखा था?


बाबा सिद्दीकी ने 25 जून 2020 को फेसबुक पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था, "मेरे पिताजी का जन्म बिहार गोपालगंज मांझा में हुआ था, मुझे मांझा में बचपन की यादें हैं. 83 लोगों के परिवारों के लिए मेरी हार्दिक संवेदना है जो बिजली के वोल्ट के कारण गुजर गए. इन कठिन समय में मैं बिहार के लोगों के लिए दुआ करता हूं. मांझा में पिछली यात्रा से कुछ तस्वीरें साझा कर रहा हूं."



बाबा सिद्दीकी की हत्या पर क्या बोले मांझी?


बाबा सिद्दीकी की हत्या पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक्स पर लिखा, "बिहार से ताल्लुक रखने वाले एनसीपी के बड़े लीडरान में शामिल बाबा सिद्दीकी साहब के कत्ल की खबर बेहद गमजदा कर देने वाली है. वह एक जिन्दादिल इंसान थे. पाक परवरदिगार से दरखास्त है कि उन्हें जन्नत-उल-फिरदौस में उंचा मुकाम दें और उनके चाहने वालों को सब्र अता करें."


वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लिखा, "महाराष्ट्र के वरीय नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का समाचार बेहद दुखद है. परवरदिगार से इल्तिजा है कि मरहूम को जन्नत में आला मकाम दें और परिजनों को सब्र और हिम्मत. महाराष्ट्र में एनडीए शासन में लगातार हो रही ऐसी आपराधिक घटनाओं को क्या नाम देंगे?"


यह भी पढ़ें- बाबा सिद्दिकी ही नहीं जीशान की जान को भी था खतरा! यूं बचे बाल-बाल