हाजीपुर: बिहार के हाजीपुर के सरकारी अस्पताल में एक बार फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलती नजर आई. यहां एक पिता एंबुलेंस के लिए अपनी मरहूम बेटी को गोद में लेकर भटकता रहा. अस्पताल परिसर में काफी चक्कर लगाने के बावजूद उनको एंबुलेंस नहीं मिली. मजबूरन बाहर से एंबुलेंस करके बेटी का शव लेकर परिजन चले गए. इस मामले को लेकर सिविल सर्जन से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि उनके पास कोई आता नहीं है. उनको कैसे इस बात की जानकारी होगी.
सांप काटने से हुई थी बच्ची की मौत
राजापाकर थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव के रहने वाले अभिषेक सिंह के आठ साल की बेटी को घर में टीवी देखने के दौरान जहरीले सांप ने काट लिया. परिजन इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे थे. अस्पताल द्वारा मासूम बच्ची को मृत घोषित कर दिया. बच्ची की मौत के बाद शव ले जाने के लिए अस्पताल द्वारा एंबुलेंस नहीं दिया गया. लाचार पिता अपनी मासूम बच्ची के शव को लेकर पूरे अस्पताल घूमता रहा. इसके बाद पिता बच्ची का शव गोद में लेकर अस्पताल कैंपस से बाहर आए.
निजी एंबुलेंस में शव को लेकर परिजन चले गए. इस मामले को लेकर मृतक मासूम बच्ची के परिजनों ने कहा कि अस्पताल में एंबुलेंस नहीं है. एंबुलेंस मांगने पर अस्पताल द्वारा बोला गया कि बाहर से एंबुलेंस करना पड़ेगा. हमारे बच्चे को सांप ने काट लिया. डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. बच्ची को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं दिया गया. बाहर लेकर जा रहे हैं. एंबुलेंस खुद से ठीक करेंगे और बच्ची के शव को ले जाएंगे.
सिविल सर्जन बोले- मुझे कोई बताएगा..तब जानेंगे न
इधर, सिविल सर्जन अमरेंद्र कुमार साही बात को लेकर सवाल सुनते ही भड़क गए. सिविल सर्जन ने कहा कि कोई मुझसे मिलता तब तो जानते कि कोई भटक रहा है. मैं तो बैठा रहता हूं. कोई मुझसे आकर मिलता क्यों नहीं है? मुझे नहीं पता है कि कोई शव लेकर अस्पताल में एंबुलेंस के लिए घूम रहा था. मुझे कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि बीते गुरुवार को ही आरजेडी विधायक द्वारा अस्पताल में छापेमारी की गई थी. अस्पताल में गंदगी को लेकर विसर्जन को विधायक ने जमकर फटकार लगाया था.
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