हाजीपुर: बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने पहुंचे एसटीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. अभ्यर्थियों की पिटाई से नाराज विपक्ष के नेता लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर रहे हैं. इसी क्रम में आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जुल्मी और निकम्मी नीतीश सरकार को एसटीईटी अभ्यर्थी और युवा उनकी औकात दिखा देंगे.


19 लाख रोजगार देने का किया था वादा


पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि बिहार के सरकार युवाओं को रोजगार के बदले लाठी देना चाहती है. ये वही सरकार है, जिसने 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. 


उन्होंने कहा कि एसटीईटी अभ्यर्थी सड़क पर प्रदर्शन नहीं कर रहे थे. वे शिक्षा मंत्री से मिलकर गुहार लगाना चाह रहे थे. लेकिन मुलाकात कराने के बजाय बिहार की निकम्मी सरकार ने सबको लाठी से पीटवा कर लहूलुहान करने का काम किया है. ऐसे में आने वाला समय में युवा बिहार सरकार को बता देंगे कि युवाओं का ताकत क्या होती है.


पुलिस ने किया था लाठीचार्ज


मालूम हो कि एसटीईटी अभ्यर्थी लगातार रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरे थे और बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास का घेराव किया था. नाराज अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री से मिलने की मांग कर रहे थे.


दिन के समय अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की वजह से पटना के इको पार्क के पास भीषण जाम लग गया था. कई रूटों पर यातायात बुरी तरह बाधित हो गया था. ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची और अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान मौके पर अफरातफरी मच गई. कई अभ्यर्थी अपने जूते-चप्पल छोड़कर भागते नजर आए. पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई को अभ्यर्थियों ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया है.


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