औरंगाबाद: केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन नए कृषि कानून के खिलाफ एक ओर जहां दिल्ली से सटे राज्यों के बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में विभिन्न पार्टियां भी कानून के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट कर रही हैं. इसी क्रम में बिहार के औरंगाबाद जिले में जाप कार्यकर्ताओं ने कानून के खिलाफ आक्रोश मार्च निकालकर विरोध जताया. वहीं, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर द्वारा किसानों को दलाल बताए जाने वाले बयान के विरोध में उनका पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की.
इतना ही इस विरोध प्रदर्शन के दौरान अभी हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में जाप के उम्मीदवार रहे और पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू यादव ने कहा कि ऐसे मंत्री को खड़ा करके गोली मार देनी चाहिए. इसके अलावे उन्होंने बिहार से पैक्स व्यवस्था समाप्त कर मंडी व्यवस्था लागू करने की मांग भी की.
प्रदर्शन के दौरान जाप नेताओं ने नए कृषि कानून में कई खामियां गिनाते हुए कहा कि भारत सरकार लगातार देश की विकास नीति को ताक पर रखकर सिर्फ भाजपा की सांप्रदायिक नीति और पूंजीपतियों को बढ़ावा नीति अपना रही है. सरकार रोजगार सृजन के मामले फेल है. वहीं, युवाओं को रोजगार देने के बदले, उनसे रोजगार छीनने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि देश पहले ही आर्थिक गुलामी की ओर जा चुका है. बची खुची कसर केंद्र सरकार ने किसान विरोधी कानून लाकर पूरा कर दिया है. सरकार कांटेक्ट फार्मिंग नीति अपना कर उद्योगपतियों को बढ़ावा देना चाहती है. उन्होंने भारत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वर्षों बाद भारत के किसान जागे हैं. अब केंद्र सरकार आंख में धूल झोंक कर शोषण नहीं कर सकती.