Bageshwar Dham: बाबा को अनहोनी की आशंका, कैंसिल हो सकता है कल दिव्य दरबार, धीरेंद्र शास्त्री बोले- मैं...
Dhirendra Krishna Shastri Divya Darbar: पांच दिवसीय कथा का आज रविवार को दूसरा दिन था. 15 मई यानी सोमवार को दिव्य दरबार लगना है. जरूरत से ज्यादा लोगों की भीड़ हो गई है.
पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) सोमवार (15 मई) को दिव्य दरबार (Divya Darbar) लगाने वाले थे लेकिन यह कैंसिल हो सकता है. इसका कारण है कथा में बहुत ज्यादा की संख्या में लोगों की पहुंचने वाली भीड़. रविवार (14 मई) को कथा के अंत में खुद बाबा बागेश्वर ने कहा कि गर्मी के कारण आज भी बहुत ज्यादा सफोकेशन हो रहा है. सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रोड जाम हो गया है. तीनों पंडाल में लोगों की भीड़ जुटी है. कल (सोमवार) के लगने वाले दिव्य दरबार को लेकर कहा कि अगर ज्यादा लोग रहेंगे तो विराम रहेगा. इसके बारे में कल (सोमवार) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दे देंगे. कल जरूरी लगा तो दरबार नहीं लगाएंगे. सामूहिक अर्जी लगा दिया जाएगा क्योंकि बहुत ज्यादा भीड़ हो गई है. आप लोगों से प्रार्थना है कि अब किसी को लेकर मत आएं. जो भी ट्रेन की टिकट कराकर पटना आ रहे हैं वह लौट जाएं. वापस हो जाएं. हालांकि कथा 17 मई तक चलती रहेगी.
धीरेंद्र शास्त्री बोले- मैं आप सबका उपकार नहीं भूलूंगा
कथा के दूसरे दिन धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अपार भीड़ हो गई है. पागल ही पागल आ गए हैं. लगभग दस लाख लोग आ गए हैं. हमें अंदेशा हो रहा है कि कई लोगों की सांस रुक जाएगी. मन में ऐसा लग रहा है. एक या दो लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही. कथा वही है जिसमें दिक्कत न हो. बिहार के जितने लोग हैं वो घर से ही कथा सुनें. सोशल मीडिया के माध्यम से सुनें. कथा पंडाल में नहीं आना है. मैं आप सबका उपकार कभी नहीं भूलूंगा.
बागेश्वर सरकार ने कहा- "किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घट जाए, किसी को हानि न हो यही संकल्प है. कथा से हानि नहीं होनी चाहिए. हमें भीड़ बुलाने के लिए कथा नहीं करनी है. हमें बिहार के कल्याण के लिए कथा करनी है. हमारी हाथ जोड़कर प्रार्थना है... हमारी बात मानोगे न?"
'हमें अनहोनी की आशंका'
धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से कहा कि जो सनातनियों की एकता हुई वह उसे कभी नहीं भूलेंगे. उन्होंने कहा कि आज हमारी बात मान लो कि कल कम मात्रा में आना. दिव्य दरबार का समय दोपहर का है. इस पर बाबा ने कहा कि मुझे लगता है कि दरबार को विराम रखना चाहिए. सोमवार को अगर लगेगा तो वह पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देंगे. कहा कि उनके मन में अनहोनी की आशंका है. कोई अप्रिय घटना न हो जाए.