Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम के सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार आ रहे हैं. बांका के धोरैया प्रखंड अंतर्गत ताहिरपुर-गौरा पंचायत के गौरा गांव में नवनिर्मित दुर्गा मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 4 से 13 मार्च तक महायज्ञ सह मंदार महाकुंभ उत्सव का आयोजन होने जा रहा है. इसमें गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, द्वारिका पीठाधीश्वर पूज्य शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती, निरंजन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद समेत देशभर से कई विद्वान संत-महात्माओं का आगमन होगा.
कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारी हो गई है. पांच से लेकर 13 मार्च तक यज्ञ हवन कार्य दो सत्रों में होगा. पहला सत्र सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा. दूसरा सत्र दोपहर तीन बजे से संध्या 6 बजे तक होगा. बताया जाता है कि गौरा गांव में वर्ष 2017 से प्रतिमा स्थापित करते हुए दुर्गा पूजा का आरंभ हुआ था. इसके बाद वर्ष 2018 में स्थानीय समाजसेवी सह श्री परमानंद धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष कौशल कुमार सिंह के सौजन्य से यहां भव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ. अब भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है.
किस दिन क्या-क्या होगा?
4 मार्च को यज्ञ स्थल से 5101 कलशों के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी. 5 मार्च को सुबह 8 बजे से सहस्त्र चंडी महायज्ञ को लेकर गुरुधाम बौंसी के आचार्य गौरव कृष्ण चंद्र शास्त्री के मार्गदर्शन में यज्ञ मंडप में चारों वेदों के आचार्यों द्वारा अग्नि अधिष्ठापन कार्य एवं यज्ञ का शुभारंभ होगा. सिर्फ 4 मार्च को श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन रात्रि में होगा. 5 से 10 मार्च तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन दोपहर एक बजे से शाम 4:30 बजे तक प्रतिदिन एक सत्र में होगा. इसके अलावा 5 से 8 मार्च तक रात्रि सत्र में 7 से 11 बजे तक वृंदावन धाम की रासलीला मंडली के कलाकारों द्वारा रासलीला का मंचन होगा.
6 मार्च को यहां द्वारका शारदा पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन होगा. उनका आशीर्वचन का कार्यक्रम शाम 4 बजे से रखा गया है. सात मार्च को सुबह करीब 8 बजे से शंकराचार्य स्वामी सदानंद के दिव्य सानिध्य में मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजन का शुभारंभ होने के पश्चात शंकराचार्य स्वामी सदानंद के करकमलों से शिलापट्ट का अनावरण होगा.
हेलीकॉप्टर से होगा धीरेंद्र शास्त्री का आगमन
8 मार्च को गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज का शुभ आगमन होगा, जिनका आशीर्वचन का कार्यक्रम शाम 4 बजे से रखा गया है. वहीं 9 मार्च को द्वादश ज्योतिर्लिंगों के विद्वान पंडितों के पावन सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मंदिर में स्थापित मां दुर्गा, सरस्वती, शिव-पार्वती, राम दरबार एवं कृष्ण दरबार की प्राण प्रतिष्ठा होगी, इसी दिन सनातन धर्म के प्रचारक सह बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आगमन दिन के 10 बजे हेलीकॉप्टर से होगा.
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 9 मार्च को संध्या 6 बजे काशी के विद्वान पंडितों द्वारा काशी के गंगा महाआरती के तर्ज पर माता दुर्गा की महाआरती होगी. 9 से 12 मार्च तक संध्या 7:30 बजे से 8:30 बजे तक आचार्य गौरव कृष्ण चंद्र शास्त्री द्वारा भक्तमाल की कथा सुनाई जाएगी. 10 मार्च को श्रीमद्भागवत कथा का समापन होने के पश्चात संध्या 4 बजे से गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी के पावन सानिध्य में संत समागम का आयोजन होगा. इसमें देशभर के कई संत-महात्माओं के अलावा बिहार एवं झारखंड के राज्यपाल के भी आने की संभावना व्यक्त की गई है.
10 मार्च की रात्रि को आठ बजे से लोकप्रिय गायिका स्वाति मिश्रा भजन गाएंगी. 11 मार्च को रात्रि 8 बजे से सुर संग्राम 2024 के विजेता किशन कुमार द्वारा भजन संध्या का आयोजन होगा. 12 मार्च को लोक गायिका देवी आएंगी. वहीं 13 मार्च को महाप्रसाद वितरण एवं विशाल भंडारे का आयोजन होगा. इसके बाद रात्रि 8 बजे से भोजपुरी के लोकप्रिय गायक शिवेश मिश्रा भजन प्रस्तुत करेंगे.
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