बांका: जिले के कटोरिया थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के काजीसार गांव में छापेमारी कर जिले के सबसे बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साइबर फ्रॉड गिरोह को लेकर एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने कटोरिया थाना पहुंचकर प्रेस कांफ्रेंस कर मामले से संबंधित विस्तृत जानकारी दी.


एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया है कि गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के काजीसार गांव निवासी संतुलाल यादव उर्फ संतु के पुत्र नवीन यादव अपनी पत्नी निर्मला देवी के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड का धंधा चला रहा था, जिसमें स्टाफ के रूप में गांव के ही शिव शंकर यादव का पुत्र रवि कुमार, सुरेश यादव का पुत्र रूपेश कुमार, भोरसार बाबू टोला के अरूण सिंह की पत्नी कंचन देवी भी शामिल है.


मुख्य आरोपी के घर से 1 लैपटॉप, 71 मोबाइल समेत कई सामान बरामद


सूचना मिलते ही बेलहर एसडीपीओ प्रेमचंद सिंह के नेतृत्व में छापेमारी के लिए एक टीम गठित की गई थी. टीम में एसडीपीओ के अलावा कटोरिया थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय, सूईया थानाध्यक्ष मनीष कुमार, आनंदपुर ओपीध्यक्ष सुनील कुमार, प्रोवेशनरी अनि सौरभ कुमार, कुमारी अंजलि भारती, राकेश कुमार रंजन, टेक्निकल सेल के सिपाही विजय कुमार सहित अन्य पुलिस बल शामिल थे.


इस छापेमारी अभियान के दौरान काजीसार गांव निवासी नवीन यादव के घर से मौके पर 1 लैपटॉप, 71 मोबाइल, 2 कार, 3 मोटरसाइकिलें, 38 नए सिम कार्ड, 17 हजार नकद सहित कई अन्य सामग्री बरामद किए गए हैं. साथ ही इस दौरान साइबर फ्रॉड करने के मामले में नवीन यादव की पत्नी निर्मला देवी, रवि कुमार, रूपेश कुमार एवं कंचन देवी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है.


बंगाल में रहकर साइबर क्राइम सीखा था


एसपी ने बताया कि नवीन यादव बंगाल में रहकर साइबर क्राइम को सीखा था और पहले बंगाल में रहकर साइबर क्राइम के माध्यम से काफी धन अर्जित की और इधर कुछ दिनों से अपने घर पर ही रहकर साइबर क्राइम का सेटअप तैयार कर एवं स्टाफ रखकर लोगों से ठगी कर रहा था. साइबर क्राइम के जरिए कमाए गए पैसे को गांव में ब्याज पर लोगों को उधार देता है, जिसके कुछ कागजात भी बरामद हुए हैं. वहीं इस छापेमारी के दौरान कई अन्य सामग्री भी बरामद हुई है, जिसको लेकर पुलिस छानबीन कर रही है. 


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