Bihar News: मानसून सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष, लॉ एंड ऑर्डर पर जवाब मांगने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे नेता!
Bihar Assembly Session: इस बार के मानसून सत्र में दोनों ही सदनों में पांच-पांच बैठकें होंगी. पांच दिनों के इस सत्र में सरकार अनुपूरक बजट के साथ अन्य विधेयक को भी सदन में पेश करेगी.
Bihar Assembly Session 2024: इस बार के मानसून सत्र में लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर विपक्ष नीतीश सरकार को पूरी तरह से घेरने के मूड में है. क्राइम को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहले से ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं. विपक्षी के लोग इस बार सरकार से तमाम मुद्दे पर जवाब मांगने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पांच दिन के इस छोटे से सत्र में सरकार जनता के मुद्दे पर जवाब दे पाएगी या हर बार की तरह ये सेशन भी हंगामे की भेंट चढ़ जाएगा, इस पर सबकी नजर है.
वहीं मानसून सत्र से पहले भारतीय जनता पार्टी ने उपनेता, उपमुख्य सचेतक और सचेतक की लिस्ट जारी कर दी है. बिहार विधान परिषद के उप नेता डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को बनाया गया है, जबकि उपमुख्य सचेतक संजय प्रकाश बने हैं. वही बिहार विधानसभा के उप मुख्य सचेतक जनक सिंह को बनाया गया है. इसके अलावा 6 सचेतक भी बनाए गए हैं. सचेतक की लिस्ट में विजय कुमार मंडल,आलोक रंजन,कृष्ण कुमार ऋषि, हरीभूषण ठाकुर,संजय सरावगी और वीरेंद्र सिंह का नाम शामिल है.
22 जुलाई से शुरू हो जाएगा मानसून सत्र
बता दें कि बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र आगामी 22 जुलाई से शुरू हो जाएगा. 5 दिनों तक चलने वाला यह सत्र 26 जुलाई को समाप्त होगा इस बार के मानसून सत्र में दोनों ही सदनों में पांच-पांच बैठकें होंगी. पांच दिनों के इस मानसून सत्र में सरकार अनुपूरक बजट के साथ साथ अन्य विधेयक को सदन में पेश करेगी. मानसून सत्र में अनुपूरक बजट पर 25 जुलाई को विधानसभा में मुहर लगेगी. वहीं उच्च सदन में 26 जुलाई को मुहर लगेगी.
जानकारी के अनुसार मानसून सत्र के पहले दिन नए सदस्य की शपथ और शोक प्रस्ताव भी रखा गया है. सत्र के दूसरे दिन मंगलवार 23 जुलाई और तीसरे दिन बुधवार 24 जुलाई को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य लिए जाएंगे. 25 जुलाई को प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण पर वाद-विवाद, मतदान और विनियोग विधेयक पेश किए जाएंगे. वहीं 26 जुलाई को गैर-सरकारी संकल्प लिए जाएंगे. उम्मीद है कि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चला पाएंगे, क्योंकि इस बार सदन के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं.