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Know Your District: बिहार में नमक आंदोलन से लेकर वामपंथी विचारों की भूमि रहा है Begusarai, जानिए इस जिले के बारे में सब कुछ
Begusarai News: उत्तर बिहार के मिथिला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बेगूसराय जिला गंगा के उत्तरी किनारे पर स्थित है. पहले ये जिला मुंगेर जिले का एक उपखंड हुआ करता था.
Bihar News: उत्तर बिहार (North) के मिथिला (Mithila) क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बेगूसराय (Begusarai) जिला गंगा (Ganga) के उत्तरी किनारे पर स्थित है. पहले ये जिला मुंगेर (Munger) जिले का एक उपखंड हुआ करता था. लेकिन 2 अक्टूबर 1972 को इस स्वतंत्र जिले का रूप दिया गया. ये जिला राजधानी पटना (Patna) की सीमा से लगा हुए ठीक पश्चिमी में स्थित है. बेगूसराय बिहार (Bihar) में वामपंथ की राजनीतिक (Left-wing Politics) का केंद्र रहा है.
इतिहास
- बताया जाता है कि भागलपुर की बेगम तीर्थ यात्रा के लिए गंगा नदी के किनारे "सिमरिया घाट" आया करती थीं. यही कारण है कि “बेगम” (रानी) + “सराय” (सराय) से जिले का नाम बेगूसराय पड़ा.
- हालांकि पहले इस जगह को बेगम सराय के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में अपभ्रंश होकर बेगूसराय के नाम से जाना जाने लगा.
- अभी भी सिमरिया घाट को जिले में पवित्र स्थान के रूप में जाना जाता है.
- पहले 1870 में ही बेगूसराय को मुंगेर का एक अनुमंडल बनाया गया था. यानि बेगूसराय को अनुमंडल के बाद जिला बनने में करीब 102 वर्षों का समय लग गया.
- साल 1930 महात्मा गांधी के नमक आंदोलन के दौरान कानुन भंग करने का आह्वान पर बिहार केसरी और राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह ने बेगूसराय के गढ़पुरा में कानुन भंग किया था.
आबादी
- 2011 के जनगणना के अनुसार बेगूसराय की कुल जनसंख्या 29,70,541 है जो कि बिहार के जनसंख्या का 2.85 फीसदी है.
- इसमें आबादी करीब 15.67 लाख पुरूष और 14.02 लाख महिलाएं हैं. लिंग अनुपात की बात करें तो जिले में एक हजार पुरूषों पर 895 महिलाएं हैं.
- वहीं जिले की साक्षरता दर 59.13 फीसदी है. जिसमें पुरूष साक्षरता दर 71.58 फीसदी और महिला साक्षरता दर 55.21 फीसदी है.
क्षेत्र
- बेगूसराय जिले का कुल क्षेत्रफल 1918 वर्ग किमी है. जिसमें कुल पांच अनुमंडल बेगूसराय, बालिया, तेघरा, मंझौल और बखरी हैं.
- इस जिले के अंतर्गत 18 प्रखंड बेगूसराय, बरौनी, तेघरा, मटिहानी, बछवारा, मंसूरचक, नावकोठी, चेरियाबरियारपुर, साहबपुर कमल, बखरी, बीरपुर, डंडारी, गढ़पुरा, बलिया, छौडाही, खोदावन्दपुर, भगवानपुर और साम्हो अखा कुर्हा है.
- बेगुसराय जिले की 229 पंचायतों के अंतर्गत 1229 गांव आते हैं. बेगुसराय लोकसभा क्षेत्र भी है, जिसके अंतर्गत कुल सात विधानसभा चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघरा, मटिहानी, साहबपुर कमल, बेगूसराय और बखरी (आरक्षित) सीट है.
भाषा
- बेगूसराय की स्थानिय भाषा अंगिका भाषा है. जिसे मैथिली का एक परिवर्तित रूप माना जाता है. इसके अलावा लोग हिंदी भाषा बोलते हैं.
नदी
- बेगूसराय की दो प्रमुख नदी गंगा और कमला नदी है. इसके अलावा बूढ़ी गंडक, बलान, बैंती, बाया और चंद्रभागा नदी है. हालांकि अब चंद्रभागा नदी भौगोलिक रूप से केवल मानचित्र में ही स्थित है.
धार्मिक एवं पर्यटन स्थल
- बेगूसराय का प्रमुख धार्मिक स्थल जमंगला गढ़ है जो कांवर झील के पास स्थित है. माना जाता है कि इसका निर्माण पाल वंश के काल में हुआ था. जो एक किले के रूप में माना जाता है.
- यहां पर काले रंग की चंडी मंगला देवी की मूर्ति बनी है.
- एक अन्य धार्मिक स्थल नौलाख मंदिर बेगूसराय जिले के बिशनपुर में स्थित है. जो संत महावीर दास द्वारा 1953 में बनवाया गया था.
- बेगूसराय में कांवर झील मीठे पानी की उथली झील है. झील के आसपास वेटलैंड को पक्षी अभयारण्य का दर्जा प्राप्त है.
- कांवर झील में ठंड़ में काफी प्रवासी पक्षी आते हैं जिनमें विदेशी पक्षी भी शामिल हैं. इसी झील के नजदीक ही जय मंगल गढ़ के नाम से एक प्रसिद्ध एक मंदिर भी है.
अर्थव्यवस्था
- बेगूसराय की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तोत्र कृषि है. यहां की प्रमुख फसलें धान, उरद, अरहर, मसूर, गेहूं, मक्का, मटर, तिसी, सरसों और सूरजमुखी है.
- इसके अलावा नगदी फसलों में तिलहन, तंबाकू, जूट, आलू, टमाटर, ओडी और लाल मिर्च की खेती होती है.
- यहां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL), बारौनी थर्मल पावर स्टेशन (BTPS) और बरौनी सुधा डेयरी यहां के प्रमुख उद्योग हैं.
ट्रांसपोर्ट
- बेगूसराय बिहार की राजधानी पटना से सड़क मार्ग द्वारा 124 किमी की दूरी पर है. वहीं पटना एयरपोर्ट से 99 किमी की दूरी पर है. ये जिला रेलमार्ग द्वारा भी जुड़ा हुआ है.
स्कूल कॉलेज
- बेगूसराय के मटिहानी रोड में कलि स्थान चौक के पास स्थित बी पी उच्च विद्यालय चर्चित स्कूल है. जिले का मशहूर कालेज में विशनपुरा का एम आर जे डी कॉलेज है.
मशहूर
- बेगूसराय देश के प्रसिद्ध हिंदी कवि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि है. उन्हें पद्म विभूषण और साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया. 'उर्वशी' के लिए उन्हें भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार भी दिया गया.
- इसके अलावा उन्होंने 'कुरुक्षेत्र' और महाभारत के कर्ण पर आधारित 'रश्मिरथी' अद्वितीय रचना है. हालांकि अब भी ज्यादातर लोग मुंगेर को उनकी जन्मस्थल मानते हैं.
- इसके अलावा प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर राम शरण शर्मा का जन्म स्थल है. वे 'इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च' के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं. उनकी प्रमुख किताब 'प्राचीन भारत में राजनीतिक विचार एवं संस्थाएं' है.
- श्री राजेंद्र प्रसाद सिंह का भी जन्मभूमि बेगूसराय है जो जिन्हें यूनिसेफ और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा सर्वश्रेष्ठ किसान और सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार दिया गया था.
राजनीति
- राजनीति रूप से बेगूसराय जिला नमक आंदोलन के दौरान बिहार केसरी श्री कृष्ण सिंह की कर्मभूमि रहा है. बेगूसराय में जन्मे कवि रामधारी सिंह दिनकर राज्यसभा के भी सदस्य रहे.
- बेगूसराय में कॉमरेड चंद्रशेखर ने लेनिन के विचारों को आजमाया था. ऐसे में इस जिले को 'पूरब का लेनिनग्राद' भी कहते हैं. यहां वामपंथियों ने 'भूमिहारों' के खिलाफ मोर्चा खोला था. बाद में तेघड़ा और बछवारा विधानसभा वामपंथियों का गढ़ बना.
- तेघड़ा विधानसभा को तो छोटा मॉस्को के नाम से जाना जाता था. यहां 1962 से लेकर 2010 तक वांमपंथियों का कब्जा रहा. जिसे बाद में बीजेपी ने तोड़ा.
- बेगूसराय के ही रामचरित्र सिंह नमक आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के आह्वान पर नौकरी छोड़कर राजनीति में आए. बिहार की पहली सरकार में सिंचाई और विद्युत मंत्री थे.
- उनके ही बेटे चंद्रशेखर सिंह थे जिन्होंने बिहार में वामंपथ की जमीन का प्रसार किया.
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