03 मार्च 2021 के दिन को बिहार के भागलपुर का कुछ परिवार शायद जिंदगी में ना भूले. किसी के सिर से पिता का साया उठ गया तो कई लोगों ने अपनों को खो दिया. एक-एक कर कई धमाके हुए और फिर पूरा दृश्य बदल गया. कहीं मलबा गिरा था तो कहीं उसके नीच लोग दबे थे. चश्मदीद जब आपबीती सुनाने लगे तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े. अपनों के जाने का क्या गम होता है वह उनकी आंखों में झलक रहा था.

     


पिंकी नाम की एक पीड़ित महिला ने कहा कि कैसे क्या हुआ इसके बारे में कुछ नहीं पता. अचानक तेज धमाका हुआ, आवाज सुनकर वह बाहर निकली तो देखा कि मकान गिरा है. रात ही अपने मायके भागलपुर आई थी. रात में जब वह खाना खा कर सोने गई ही थी कि बाहर से काफी तेज आवाज आई और बगल का घर उनके घर के ऊपर गिर गया.






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...और पापा नहीं बचे


पिंकी कहती है कि जोरदार आवाज सुनकर वह डर गई और घर से बाहर भागने लगी. बाहर निकलते समय उसपर काफी सामान गिरा लेकिन जैसे-तैसे वह घर से भागकर निकल गई. घर में उसके पिता सो रहे थे. मलबे में दबने से उनकी मौत हो गई. घर के अंदर उनकी एक पड़ोसी भी थी जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वह सोने के लिए घर में आती थी.


कई बार हो चुका है ब्लास्ट


पास की ही रहने वाली एक दूसरी महिला ने बताया कि जोरदार आवाज सुनकर जब वो घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि आसपास के मकान जमींदोज हो चुके हैं. कहा कि यह पहली बार नहीं है जब किसी त्योहार के पहले ब्लास्ट हुआ हो. कई बार पहले भी ऐसा हो चुका है. इस घटना में तीन से चार घर को नुकसान पहुंचा है. स्थिति देखकर कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए.  


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