भागलपुर: भागलपुर में रविवार शाम को हुए पुल हादसे में एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है. मामले में एक अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति के लापता होने की जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि जब तक कोई शव बरामद नहीं होता तब तक इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि परिजनों ने हादसे के बाद से गार्ड के लापता होने की बात कही है. जिला प्रशासन स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.


लापता गार्ड के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल


लापता गार्ड की बहन ने फोटो दिखाते हुए कहा कि शाम से सुबह तक मेरा भाई अगुवानी सुल्तानगंज गंगा ब्रिज पर गार्ड का काम करता था. कल जब पूल गिरा तब वह यहीं पर था. पुल गिरने के बाद से लापता है. उसकी कोई जानकारी नहीं मिल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से मदद नहीं मिल रही है. इधर गार्ड के पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल. आस-पास की महिलाएं उसे संभालने की कोशिश कर रही हैं. इधर हादसे के बाद पुल का निर्माण करने वाली कंपनी के सभी कर्मचारी और अधिकारी मौके से फरार बताए गए हैं. 






हादसे के बाद से लापता है गार्ड विभास कुमार


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1710 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे ड्रीम प्रोजेक्ट सुल्तानगंज अगुवानी पुल का एक हिस्सा रविवार की शाम को ढह गया. सुलतानगंज अगुवानी निर्माणाधीन पुल क्षेत्र को रेड जोन घोषित कर दिया गया है जिसके चलते नाव परिचालन पर पूर्ण रूप रोक लगा दी गई है वहीं सुबह से एसडीआरएफ की टीम भी लगी हुई है. हादसे के बाद से लापता गार्ड का नाम विभास कुमार है. वह एसपी सिंगला कंपनी में कार्यरत गार्ड के रूप में काम करता है. उसकी मोटरसाइकिल लगी हुई है, लेकिन वह युवक रविवार शाम 4:00 बजे लापता है. आसपास के लोगों ने बताया कि वह 10 नंबर पाया पर काम करता था. 


इधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं सीईओ ने बताया यह पुल भागलपुर के क्षेत्र में भी पड़ता है और खगड़िया के क्षेत्र में भी. इसके चलते दोनों तरफ के प्रशासन अपना तालमेल बनाकर इस कार्य में लगे हुए हैं. 


एसडीएम धनंजय कुमार मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे


वहीं रविवार की देर रात हादसे के बाद भागलपुर जिले के वरीय पदाधिकारी एसडीएम धनंजय कुमार मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे उन्होंने इस घटना को काफी दुखद बताया और इस पर जांच कराकर जल्द दोषियों पर कार्रवाई करने की भी बात की. हादसे के बाद कंपनी के सभी कर्मचारी व अधिकारी मौके से फरार हो गए हैं वहीं प्रशासन की ओर से कंपनी पर शिकंजा कसने की भी तैयारी शुरू हो गई है. इधर ग्रामीणों ने कहा हम लोगों ने सोचा था कि दो महीने बाद इस पुल से परिचालन शुरू होगा. दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. 


पुल का निर्माण कार्य 2015 से चल रहा है


बता दें कि खगड़िया-अगुवानी सुल्तानगंज गंगा ब्रिज एक साल में दूसरी बार गिरा है. पुल के चार पिलर नदी में समा गए. पुल का करीब 250 मीटर हिस्सा नदी में गिरा है. पुल का शिलान्यास 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. पुल का निर्माण 2015 से चल रहा है. इसकी लागत 1710.77 करोड़ रुपये है. पुल की लंबाई 3.16 किलोमीटर है.


ग्रामीणों ने दावा किया हादसे के बाद से 2 चौकीदार लापता 


इस निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर पिछले साल भी नदी में गिर गया था. स्थानीय लोगों ने कहा कि पहली बार पुल गिरने पर कंपनी पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? वहीं ग्रामीणों ने दावा किया हादसे के बाद से 2 चौकीदार लापता हो गए हैं.


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