भागलपुरः बिहार पुलिस के सिपाही और दारोगा ने अपने जिले के एसएसपी को हड़का दिया. मामला बीते रविवार की रात का है. बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एसएसपी बाबू राम जोगसर थाने पहुंचे थे. यहां दोनों जवानों ने लताड़ दिया था. थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने एसएसपी से कहा कि ज्यादा हीरो मत बनो. बताया जाता है कि सिपाही और दारोगा एसएसपी बाबू राम को पहचान नहीं पाए थे. जब उन्हें पता चला तो वे सलामी देने लगे.
दरअसल, जिले की कानून व्यवस्था को जानने के लिए भागलपुर एसएसपी बाबूराम रविवार की देर रात कई थानों का निरीक्षण करने के लिए निकले थे. इस दौरान कहीं व्यवस्था ठीक थी तो कहीं कमी भी दिखी. जोगसर थाने पहुंचकर एसएसपी ने बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखने की बात कही. एसएसपी ने कहा कि उनकी बाइक थाने के बाहर खड़ी थी जिसे किसी ने चुरा लिया है. इतना सुनते ही थाने में मौजूद दारोगा साहब को पहचान नहीं पाए और उनके इस बात पर भड़क गए.
कहने लगे कि तुम झूठ काहे बोल रहे हो. कहीं और बाइक छोड़कर आए हो और कह रहे हो कि थाने के बाहर से बाइक चोरी हो गई है. उस वक्त थाने में सहायक अवर निरीक्षक पीके पांडेय, सिपाही धर्मेंद्र कुमार भी मौजूद थे. किसी ने एसएसपी को नहीं पहचाना. दारोगा के साथ-साथ सभी पुलिसकर्मियों ने इस दौरान एसएसपी को हड़काने लगे. किसी पुलिसकर्मियों को यह पता नहीं चला की उनके थाने में खुद एसएसपी साहब पहुंचे हैं.
‘तुम लोग नौकरी लेकर ही मानोगे’
थानाध्यक्ष अजय अजनवी को इसकी जानकारी हुई वो भागे-भागे थाने पर पहुंच गए. जहां सभी पदाधिकारियों और सिपाहियों को उन्होंने खरी खोटी सुनाई. थानाध्यक्ष ने कहा कि तुम लोग नौकरी लेकर ही मानोगे. इसके बाद अगले दिन सोमवार को थानाध्यक्ष अजय अजनवी सभी पुलिसकर्मियों को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे. एसएसपी कार्यालय के बाहर काफी देर तक खड़े रहने के बाद सभी को तलब किया गया. एसएसपी बाबू राम ने कहा कि आम जनता के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है. बुरा बर्ताव करने वाले पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग की जा रही है.
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