अजब-गजबः भागलपुर के इस कॉलेज में लड़कियों के लहराते बालों पर प्रतिबंध, सेल्फी भी नहीं ले सकेंगी छात्राएं
नए ड्रेस कोड के बाकी नियमों पर तो छात्राओं कि पूरी सहमति है लेकिन बालों में चोटी बांधने वाले फरमान पर आक्रोश है, जबकि कुछ छात्राओं ने इस फैसले का स्वागत भी किया है.
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भागलपुरः बिहार के भागलपुर के एक महिला कॉलेज में तालिबानी फरमान लागू किया गया है. प्रबंधन के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है. दरअसल, भागलपुर के प्रतिष्ठित और एकमात्र महिला कॉलेज सुंदरवती महिला महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. डॉ. रमन सिन्हा ने छात्राओं के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया है. कॉलेज में छात्राओं के खुले बाल पर पाबंदी लगाई गई है. साथ ही छात्राओं को कॉलेज परिसर के अंदर सेल्फी लेने पर भी मनाही रहेगी.
जारी ड्रेस कोड के अनुसार छात्राओं को एक या दो चोटी बांधकर कॉलेज आना होगा. यही नहीं अगर किसी ने बाल खुले रखे तो उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. रायल ब्लू कुर्ती, सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा, सफेद मौजा, काला जूता और सर्दी के मौसम में रायल ब्लू ब्लेजर और कार्डिगन पहनने के लिए अनिवार्य कर दिया है. भागलपुर के सुंदरवती महिला महाविद्यालय (एसएम कॉलेज) की कमेटी ने यह निर्णय लिया है. इसके अलावा भी नए ड्रेस कोड में छात्राओं के लिए कई अन्य निर्देश भी जारी किए गए हैं.
मीडिया और कुछ छात्राएं बेवजह दे रहे तूल
जानकारी के अनुसार, एसएम कॉलेज में 12वीं के तीनों संकाय में 15 सौ छात्राएं नामांकित हैं. इस नए ड्रेस कोड के बाकी नियमों पर तो छात्राओं कि पूरी सहमति है लेकिन बालों में चोटी बांधने वाले फरमान पर आक्रोश है, जबकि कुछ छात्राओं ने इस फैसले का स्वागत भी किया है. एसएम कॉलेज में प्राचार्य प्रो. रमन सिन्हा कहा कि मीडिया और कुछ छात्राएं इसे बेवजह तूल दे रहे हैं.
छात्र आरजेडी के विश्वविद्यालय अध्यक्ष दिलीप कुमार यादव ने कहा कि नए ड्रेस कोड वाले फैसलों का वह स्वागत करते हैं लेकिन बेटियों के खुले बालों पर प्रतिबंध यह कॉलज प्रशासन की घटिया मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्राचार्य जल्द इस बेतुके फैसले को वापस ले नहीं तो कुलपति से मिलकर वह इसकी शियायत करेंग. छात्र कांग्रेस स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रशांत बनर्जी ने भी कॉलेज प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है.
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