पटना: किसान संगठनों ने सोमवार को कृषि कानून के विरोध में भारत बंद (Bharat Bandh) बुलाया है. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून (Farmer's Law) को रद्द करे. इसी को लेकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के भारत बंद का विपक्ष की पार्टियों ने समर्थन किया है. बिहार में भी तमाम विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सुबह से सड़कों पर उतर कर बंद को सफल बनाने के प्रयास में जुटे हुए हैं. खासकर आरजेडी (RJD) कार्यकर्ता और नेता बढ़ चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
तेजस्वी ने ट्वीट कर साधा निशाना
इधर, बंद का समर्थन कर रहे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " किसान जो देश की रीढ़ हैं, उन्हें गरीब रखकर क्या देश कभी समृद्ध, सक्षम, सबल बन पाएगा? जिस मुंह से अन्नदाताओं का उगाया अन्न खाते हैं उसी मुंह से फंडदाताओं के फायदे के लिए देश के किसानों के विरुद्ध दुष्प्रचार करते, अपशब्द कहते लज्जा नहीं आती?"
जेडीयू ने तेजस्वी को घेरा
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के ट्वीट पर जेडीयू (JDU) ने पलटवार किया है. पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, " नेता प्रतिपक्ष को ये बताना चाहिए कि जिस लालूवाद विचारधारा से आप आते हैं, उसी विचारधारा ने बिहार के तमाम किसानों के साथ छल किया. जमीन दो नौकरी लो के नाम पर जमीन लिखवा ली गई और उसमें चरवाहा विद्यालय खोलकर महापाप किया."
उन्होंने कहा, " नरसंहार के उस दौर को भी आरजेडी याद करे. सत्ता के नशे में आकर आपकी ही सरकार बिहार के किसानों व मजदूरों के बीच खूनी संघर्ष करवा रही थी. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव किसान हित की बात करते हैं, उनको ये बताना चाहिए कि बिहार में व्यापक तौर पर बीज उत्पादन किया जाता था, लेकिन उस कृषि क्षेत्र की भूमि पर 113 से अधिक चरवाहा विद्यालय खोला गया. यह किसानों के साथ क्रूर मजाक किया गया था."
118 नरसंहार का कलंक लगा दिया
जेडीयू ने ट्वीट कर कहा, " नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लालूवाद की विचारधारा में विश्वास रखते हैं. सबको पता है कि इसी विचारधारा ने 15 साल के बिहार के शासनकाल के माथे पर 118 नरसंहार का कलंक लगा दिया."
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