बड़ी लापरवाही: छपरा में रेल की पटरियों पर बाइक सवार भर रहे फर्राटा, कभी भी हो सकता है हादसा
शहर के बीचोबीच बन रहे बिहार के पहले डबल डेकर पुल के निर्माण कार्य के कारण रोज जाम लग जाती है, जिससे बचने के लिए लोग बाहरी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं.
छपरा: रेल की पटरियों पर चलने का अधिकार एकमात्र रेलगाड़ी का होता है. चाहे वो पैसेंजर्स ट्रेन हो, या यात्री ट्रेन, या मालगाड़ी ट्रेन इनके परिचालन के लिए इन्ही दो पटरियों की सीमा निर्धारित की गई है. किसी अन्य वाहन का रेल की पटरियों के बीच चलने की पूरी तरह से मनाही है. लेकिन बिहार के छपरा के रेलवे क्रॉसिंग से ऐसी तस्वीर सामने आई है जो बहुत ही लापरवाही भरा और जानलेवा है.
जाम की वजह से करते हैं इस रास्ते का इस्तेमाल
रेलवे क्रासिंग पर रेल की पटरियों पर कई बाइक सवार फर्राटे से जाते हुए दिखे. वहीं, दूसरी लाइन पर अमृतसर जयनगर हमसफर ट्रेन खड़ी थी. इन तस्वीरों के पीछे कहानी यह है कि शहर के बीचोबीच बन रहे बिहार के पहले डबल डेकर पुल निर्माण कार्य के कारण रोज जाम लग जाती है, जिससे बचने के लिए लोग बाहरी रास्ते का इस्तेमाल कर अपने ठिकानों, कामकाजी स्थलों और हाट बाजार जाने की कोशिश करते हैं.
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
लोग रोजाना अपने-अपने काम पर जाने के लिए इसी रेलवे क्रॉसिंग नम्बर 44 का रास्ता अख्तियार करते हैं. लेकिन मंगलवार को हमसफर एक्सप्रेस के रेलवे क्रॉसिंग पर खड़े होने के कारण रेलवे क्रॉसिंग काफी देर से बंद था, इस कारण लोगों का सब्र जवाब दे गया और लोग अपनी जान की परवाह किए बिना रेलगाड़ियों के लिए बनाई गई पटरियों के बीच से अपनी बाइक से चल पड़े. इस बात से अंजान कि अगर उस ट्रैक पर कोई ट्रेन आ गई तो कितना बड़ा हादसा हो सकता है.
रेल प्रशासन है लापरवाह
कोरोना के कारण पूरे देश में ट्रेन बहुत कम चल रही है. लेकिन यह ट्रेन रूट बहुत ही व्यस्त रूटों में शुमार है. सबसे बड़ी बात यह है कि रेल प्रशासन हर व्यस्त रेल फाटक पर रेल सुरक्षा बल के जवानों की नियुक्ति करती है, लेकिन इस रेल फाटक पर कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे या मौजूद भी था तो उन्होंने लोगों को रोकने की कोशिश नहीं की.