पटना: बिहार में बाढ़ दिन पर दिन भयावह रूप लेता जा रहा है. ऐसे में कई लोग असमय काल की गाल में समा रहे हैं. कोरोना संक्रमण और वज्रपात से मौत के बाद अब लोगों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो रही. पिछले 24 घंटों की अगर बात की जाए तो राज्य के अलग-अलग जिलों में बाढ़ के पानी में डूबकर मरने वालों की संख्या 27 है. मृतकों में मुजफ्फरपुर के 8, मोतिहारी के 8, समस्तीपुर के 4, दरभंगा के 4 और मधुबनी जिले के 3 लोग शामिल हैं.
भाई को बचाने गई बहन की मौत
मिली जानकारी के अनुसार मोतिहारी में बाढ़ के पानी में डूबकर मरने वालों में दो भाई-बहन समेत 8 अन्य लोग शामिल हैं. दरअसल जिले के पंचरुखा मध्य पंचायत के गोबरी गांव में पानी में डूब रहे भाई को बचाने के दौरान बहन की भी डूबकर मौत हो गई. ग्रामीणों ने भाई के शव को तो पानी से निकाल लिया लेकिन बहन की शव की तलाश के लिए NDRF के टीम की मदद लेनी पड़ी. 6 अन्य मृतक जिले के अलग-अलग प्रखंड हैं, जो नहाने या किसी और काम के दौरान डूबे हैं.
नदी में नहाने के दौरान मौत
मुजफ्फरपुर में भी अलग-अलग जगहों पर 8 लोगों की मौत हुई है. जिले के डुमरी निवासी विक्रम कुमार और जगदीश गांव निवासी कमलेश कुमार की मौत बूढ़ी गंडक में नहाने के दौरान डूबने से हुई है. जबकि चौपर भरत गांव में गुलाम रब्बानी की पोखर में डूबने की वजह से मौत हो गई है. इसके अलावा मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर में भी अधिकतर मौत बाढ़ के पानी के किसी कारण डूबने से हुई है.
उत्तर बिहार के सभी जिले बाढ़ प्रभावित
बता दें कि बिहार में बाढ़ ने आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. उत्तर बिहार के लगभग सभी जिले बाढ़ की चपेट में हैं. सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, सारण, गोपालगंज आदि जिले बाढ़ की वीभिषिका झेल रहे हैं. राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है, जिससे आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. राज्य में बाढ़ से अब तक 11 जिलों की करीब 15 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग राहत और बचाव कार्य में जुटा है. राज्य सरकार की ओर से 25 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए लगाई गई हैं. बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है.