बिहार: पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ने को मजबूर 400 बच्चे, मौसम के अनुसार चलती है सरकारी स्कूल की क्लास
जिला शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान ने कहा कि वर्ष 2019 में यह विद्यालय उत्क्रमित हुआ था. इस वर्ष यहां के बच्चों ने मैट्रिक की परीक्षा भी दी है. स्कूल का अपना 4 एकड़ जमीन है. जल्द ही आधारभूत संरचना के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी
गया: बिहार के गया जिले के बोधगया प्रखण्ड के हथियार गांव स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में क्लास 1 से 10वीं तक के बच्चे पढाई करने आते हैं. लेकिन, स्कूल भवन के नाम पर इस स्कूल में मात्र एक जीर्ण शीर्ण अवस्था में पड़ा क्लासरूम है, जहां सुरक्षा के दृष्टिकोण प्रभारी प्राचार्य बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं. ऐसे में सभी बच्चे पेड़ों के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं. इस वजह से जहां एक ओर शिक्षकों को पढ़ाने में परेशानी होती है. वहीं, दूसरी ओर छात्र-छात्राओं को पढ़ने में भी परेशानी होती है. चूंकि, पेड़ के नीचे कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चे एक साथ ही पढ़ाई करते हैं.
इस संबंध में स्कूल के प्रभारी प्राचार्य अविनाश कुमार ने बताया कि इसके बाबत विभाग को पत्र लिखकर भवन निर्माण के लिए कई बार सूचना दी गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शिक्षक भी मानते हैं कि किसी तरह से बस स्कूल चल रहा है. बरसात के दिनों में परेशानी और बढ़ जाती है. पढ़ाने के लिए बारिश बंद होने का इंतजार करना पड़ता है. वहीं, गर्मी के दिनों में जैसे-जैसे धूप की रौशनी पड़ती है, वैसे-वैसे पेड़ की छांव की तलाश में बच्चे खिसकते जाते हैं. छात्राओं ने बताया की खुले में बोरे पर बैठकर पढ़ना तो खराब लगता है, लेकिन पढ़ना है, तो बैठना ही पड़ेगा.
वहीं, जब इस संबंध में बोधगया प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी नरेश प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग स्तर पर पत्र भेजा गया है. लेकिन इस मामले में क्षेत्र के मुखिया, विधायक, सांसद को संज्ञान लेना चाहिए. वह अपने फंड से भी स्कूल की चाहरदीवारी या भवन बनवा सकते हैं क्योंकि पढ़ाई करने वाले बच्चे भी तो उन्हीं के क्षेत्र और गांव से आते हैं.
इधर, गया प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान ने कहा कि वर्ष 2019 में यह विद्यालय उत्क्रमित हुआ था. इस वर्ष यहां के बच्चों ने मैट्रिक की परीक्षा भी दी है. स्कूल का अपना 4 एकड़ जमीन है. जल्द ही आधारभूत संरचना के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी, इसके लिए विभाग को भेजा जा चुका है.