Bihar School Timing: सरकार के लिए फिर मुसीबत बना केके पाठक का नया फरमान, विधान पार्षदों ने पत्र लिखकर कहा तुरंत बदलें बेतुके नियम
KK Pathak New Order: बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल हमेशा खड़े होते रहे हैं, अब उसमें सुधार के लिए केके पाठक नए-नए कदम उठा रहे हैं, लेकिन उनके कुछ फरमान विवादों के घेरे में आ जाते हैं.
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Bihar School Timing Change: केके पाठक ( KK pathak) के नए-नए और बेतुके फरमानों ने शिक्षक से लेकर नेताओं तक में घमासान मचा रखा है. जहां एक तरफ सरकारी स्कूल के कुछ टीचर उनके पक्ष में हैं तो कुछ उनसे काफी नाराज चल रहे हैं. इन शिक्षकों की हिमायत में बिहार में पक्ष और विपक्ष के नेता भी उतर गए हैं. केके पाठक ने सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. एक बार फिर स्कूल की टाइमिंग को लेकर बहस छिड़ी है.
दरअसल केके पाठक ने इन दिनों स्कूल के समय में बदलाव कर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया है. स्कूल की ये नई समय सारिणी आते ही बिहार में एक बार फिर केके पाठक को लेकर बवाल मच गया है. अब विपक्ष के नेता सरकार से सवाल पूछने लगे हैं कि शिक्षकों को इस तरह से प्रताड़ित क्यों किया जा रहा है.
स्कूल के समय सारिणी में संशोधन को लेकर विधान परिषद के सदस्यों ने शिक्षा मंत्री को लिखा पत्र।@sunilkbv @DrMadanMohanJha pic.twitter.com/4V4dci2iN8
— बिहार शिक्षक मंच (@btetctet) May 16, 2024
यहां तक की खुद सरकार के सहयोगी पार्टी के एमएलसी नवल किशोर यादव जो शिक्षक निर्वाचन से चुनकर आए हैं, उन्होंने भी सवाल उठाया है. नवल किशोर का कहना है, "इस तर के फैसले एनडीए सरकार की छवि को बिगाड़ रहे हैं. विभाग का ये फैसले शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला है, केके पाठक मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं. शिक्षकों में इसे लेकर आक्रोश है."
कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र
वहीं कांग्रेस के नेताओं ने भी शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कहा कि इतने सुबह उठकर शिक्षक और शिक्षिकाएं स्कूल कैसे पहुंचेगीं. कई जगहों पर यातायात के साधन भी नहीं हैं. घर की जिम्मेदारी महिला शिक्षकों पर होती है. इतनी सुबह उठना फिर सारा काम करके स्कूल पहुंचना ये उनके सेहत के अनुकूल नहीं होगा. कांग्रेस नेता शकील अहमद ने भी इस पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि ना तो बच्चे के लिए सही है ना ही शिक्षकों के अनुकूल है. सरकार इस नियम को वापस ले और फिर से स्कूल की टाइमिंग 6:30 की जाए.
दरअसल गर्मी को देखते हुए केके पाठक ने सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव कर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 तक कर दिया है. इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है. अब समय सारणी में संशोधन की मांग हो रही है. बिहार विधान परिषद के पांच सदस्यों ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि वर्तमान समय को बदलकर सुबह 6.30 से 11.30 कर दिया जाए ताकि शिक्षकों और बच्चों को स्कूल पहुंचने में परेशानी ना हो. अब देखना होगा कि एमएलसी की इस मांग को शिक्षा विभाग कितनी गंभीरता से लेता है. केके पाठक समय में बदलाव करते हैं या घमासान जारी रहेगा.
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