Child Missing Cases: 8 महीने में बिहार से करीब 6 हजार बच्चे गायब, इनमें 5117 सिर्फ लड़कियां, पुलिस के लिए बनी चुनौती
Bihar News: जनवरी 2023 से अगस्त 2023 के बीच पूरे बिहार में 5958 बच्चों के गायब होने के मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज किए गए हैं. इनमें 2416 लड़कियों को और 383 लड़कों को बरामद किया गया है.
पटना: बिहार में बड़े पैमाने पर लड़कियों के गायब होने के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन पुलिस को 50 फीसद केस में भी सफलता नहीं मिल रही है. एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2023 से अगस्त 2023 के बीच पूरे बिहार में 5958 बच्चों के गायब होने के मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज किए गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें सिर्फ 5117 लड़कियां हैं जबकि 841 लड़के भी गायब हुए हैं.
जेएस गंगवार ने शुक्रवार को जानकारी दी कि टीम ने ऐसे मामलों में सफलता भी हासिल की है. इनमें 2416 लड़कियों को बरामद किया गया है, जबकि 383 लड़के भी बरामद हुए हैं. अभी भी इनमें 3145 बच्चे गायब हैं. इनमें 2701 लड़कियां हैं तो वहीं 458 लड़के हैं. इनका अभी तक कोई पता पुलिस को नहीं चला है. हालांकि जेएस गंगवार ने दावा किया है कि बहुत जल्द इन्हें भी पुलिस तलाश कर लेगी.
चाइल्ड लाइन एडवाइजरी बोर्ड का किया गया गठन
इस पूरे मामले में जेएस गंगवार ने बताया कि सभी जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चाइल्ड लाइन एडवाइजरी बोर्ड गठित की गई है. साथ ही प्रत्येक थाना प्रभारी को संबंधित थाना का पदेन किशोर कल्याण पदाधिकारी बनाया गया है. इसके तहत बिहार पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग के कमजोर वर्ग के द्वारा राज्य के जुड़े मामलों की मॉनिटरिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी किया गया है कि हर महीने की 15 और 16 तारीख को स्थानीय थाना स्तर पर अपहृत लड़के और लड़कियों के घर जाकर उनके अभिभावकों से मिलें और भौतिक सत्यापन की जांच करें.
आंकड़े सामने आने के बाद राजनीति शुरू
इधर बच्चों के गायब होने के मामलों से संबंधित आंकड़े सामने आने के बाद राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार इन दिनों सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने में लगी है. नौकरी बांटने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रही है. बच्चों के गायब होने के मामलों में सरकार का ध्यान नहीं है. बच्चे बिहार के भविष्य हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस अधिकारी सिर्फ लीपापोती करने के लिए चाइल्ड लाइन एडवाइजरी, थानाध्यक्ष को किशोर कल्याण पदाधिकारी बनाने की बात कर रहे हैं.
हालांकि राष्ट्रीय जनता दल ने पुलिस के काम तारीफ की है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि काफी संख्या में बच्चों के गायब होने का मामला आया है, परंतु पुलिस की सक्रियता भी दिख रही है. लगभग 50% के आसपास लड़के-लड़कियों को बरामद किया गया है. जिस तरह से पुलिस काम कर रही है निश्चित तौर पर बहुत जल्द 100% सफलता मिल जाएगी.
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