पटना: बीपीएससी की 66वीं संयुक्त (पीटी) प्रतियोगिता परीक्षा आज (रविवार)होनी है . परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू रहेगी और परीक्षा कक्ष के भीतर मोबाइल और किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर रोक लगी रहेगी. परीक्षा एक सीटिंग (12 से दो बजे तक)में होनी है और परीक्षा से एक घंटा पहले से परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश की इजाजत होगी.


परीक्षा शुरू होने के बाद किसी भी स्थिति में किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा भवन के भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. परीक्षा की समाप्ति से पहले वे परीक्षा भवन से बाहर भी नहीं जा सकेंगे. हर परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी और इसमें जिनके शरीर का तापमान अधिक पाया जाएगा, उन्हें अलग कक्ष में बैठाया जाएगा। बिना मास्क के किसी भी परीक्षार्थी या वीक्षक को परीक्षा भवन के भीतर प्रवेश नहीं दिया जाएगा.



बताते चलें कि लगभग 500 पदों पर नियुक्ति के लिए होने वाली इस परीक्षा में 4.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था, जिनमें 4.05 लाख अभ्यर्थियों ने शनिवार देर शाम तक अपना इ-एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है इसमें 1.36 लाख महिला और दिव्यांग उम्मीदवार हैं, जिनका उनके गृह जिले में ही सेंटर दिया गया है .बचे 3.14 लाख पुरुष अभ्यर्थियों को रैंडमाइजेशन प्रोसेस के अंतर्गत प्रदेश के 35 जिलों में परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है.



महज साढ़े 7 सौ सीट के लिए आयोजित पीटी परीक्षा में राज्यभर में 4 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं. इस कोरोना काल में इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा केंद्र तक पहुंचना है. बिहार के तीन जिलों यानी शिवहर, अरवल और शेखपुरा में परीक्षा केंद्र नहीं है तो वहीं पटना में सबसे अधिक यानी 77 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. परीक्षा के दौरान स्ट्रांग रूम से एग्जाम पेपर और ओएमआर शीट निकाल कर उसे परीक्षा केंद्रों तक पहुंचायेंगे और परीक्षा केंद्रों से ओएमआर शीट को कलेक्ट कर वापस स्ट्रांग रूम में जमा करेंगे.



कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को लेकर कई तरह के गाइडलाइन जारी किए गए हैं, जिसके तहत हर परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाएगा. इस दौरान बिना मास्क के किसी भी परीक्षार्थी या वीक्षक को परीक्षा भवन के भीतर प्रवेश नहीं दी जायेगी.
पटना से बाहर के परीक्षा केंद्रों तक परीक्षार्थियों को पहुंचाने के लिए आठ जोड़ी ट्रेनों का परिचालन हुआ. पाटलिपुत्र जंक्शन से नरकटियागंज जानेवाली एक ट्रेन के रद्द होने के बाद शाम में वहां के लिए एक मेमू ट्रेन चलाई गईं.