पटना: बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है. सातवें चरण की बहाली की प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर सोमवार को पटना के गर्दनीबाग में शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन करते दिखे. वे महागठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी तो कर ही रहे हैं साथ ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के प्रति भी उनकी नाराजगी है. अभ्यर्थियों ने पांच सितंबर तक का अल्टीमेटम सरकार को दिया है. कहा कि पांच सितंबर तक मांग पूरी नहीं हुई तो उसके बाद पूरे बिहार में प्रदर्शन शुरू होगा. लाखों अभ्यर्थी जुटेंगे.


शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि महागठबंधन सरकार वादाखिलाफी कर रही है. डिप्टी सीएम तेजस्वी ने वादा किया था कि सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली बैठक में यह फैसला होगा कि 7वें चरण की बहाली शुरू होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हम लोगों को ठगा जा रहा है. 2019 में ही हम लोग क्वालीफाई कर गए थे. एनडीए सरकार में शिक्षा मंत्री रहे विजय चौधरी इस साल जनवरी से आश्वासन देते देते सितंबर तक पहुंच गए तब तक सरकार चली गई. हमलोग का भविष्य अंधकार में चला गया है. प्राथमिक स्कूलों में बहाली शुरू हो. हम लोग सीटीईटी पास अभ्यर्थी हैं. हम लोग गरीब घर से आते हैं. हम लोगों की अनदेखी सरकार न करे.


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लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक अभ्यर्थी


बता दें शिक्षक अभ्यर्थी लगातार सातवें चरण की बहाली शुरू करने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ दिन पहले पटना के डाकबंगला चौराहे पर उग्र प्रदर्शन हुआ था. पुलिस ने लाठीचार्ज कर शिक्षक अभ्यर्थियों को हटाया था. शिक्षक अभ्यर्थी आज फिर से प्रदर्शन में जुट गए हैं. इधर, छठे चरण की बहाली का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है इसलिए सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पाई है. शिक्षक अभ्यर्थी लगातार बिहार सरकार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.


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