MP Pradeep Kumar Singh News: अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह के आवास पर मंगलवार (22 अक्टूबर) की शाम एक संदिग्ध अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया, वह मुलाकाती बनकर सांसद के पास फरियाद लेकर जा रहा था. सांसद की सुरक्षा में लगे सुभाष नामक सुरक्षाकर्मी को मुलाकाती के हाव भाव पर शक हुआ तो उसकी तलाशी ली गई. तब उसके कमर से पिस्टल बरामद हुआ, जिसके बाद नगर थाना पुलिस के साथ एसपी और एएसपी को सूचना दी गई.


प्रदीप सिंह के आवास पर मचा हड़कंप


सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एएसपी रामपुकार सिंह और नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक ने सांसद के आवास से हथियार को जब्त करते हुए संदिग्ध युवक को हिरासत में ले लिया. हिरासत मे लिए गए व्यक्ति का नाम अब्दुल्ला है, जो सदर प्रखंड क्षेत्र के बनगामा का रहने वाला है. कहा जाता है कि वह व्यक्ति पहले भी सांसद के आवास पर आया था और आवास की रेकी कर जाने के बाद दोबारा हथियार के साथ पहुंचा था. सांसद प्रदीप सिंह के आवास पर व्यक्ति के अवैध हथियार के साथ पहुंचने को लेकर हड़कंप मच गया है.


मामले को लेकर एमपी प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि उनके आवास पर मुलाकाती अपनी फरियाद लेकर आते रहते हैं. सांसद ने कहा कि मंगलवार को अपने आवास कार्यालय पर बैठकर मुलाकातियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुन रहा था. इसी क्रम में बनगामा का रहने वाला अब्दुल्ला को उसके सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी सुभाष ने उनकी संदिग्धता को देखकर सीढ़ी पर तलाशी ली, तो उसके कमर से पिस्टल बरामद हुआ. एमपी के अनुसार इससे पहले आज ही अब्दुल्ला उनके आवास पर आया था और वह दोबारा आवास पर पहुंचा था.


सांसद ने हथियार के साथ उनके आवास पर पहुंचने की मंशा पर सवाल खड़ा किया. मामले में एएसपी रामपुकार सिंह ने कहा कि सांसद के आवास पर सुरक्षाकर्मी के जरिए संदिग्ध को पकड़े जाने के बाद उसे हिरासत में लिया गया है. उनके पास से एक पिस्टल बरामद किया गया है. मामले को लेकर हिरासत में लिए गए संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है.


हिंदू स्वाभिमान यात्रा में एक्टिव हैं सांसद


आपको बता दें कि सांसद प्रदीप कुमार सिंह इन दिनों केंद्रीय मंत्री और सांसद गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा के साथ काफी एक्टिव हैं.  इस यात्रा के बीच बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह ने एक विवादित बयान भी दिया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, इसे लेकर भी बिहार में सियासत गर्म है. अब एक शख्स का उनके आवास पर हथियार लेकर पहुंचना सामाजिक और राजनीतिक तौर पर चिंता की बात है. 


ये भी पढ़ेंः Bihar By Poll 2024: बिहार विधानसभा उपचुनाव में कार्यकर्ताओं की अनदेखी, बेटों और बहू पर पार्टियों को भरोसा