पटना: गया के पूर्व एसपी आदित्य कुमार (IPS Aditya KUmar) को बचाने वाले फ्रॉड अभिषेक अग्रवाल की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही. इस तस्वीर में फ्रॉड अभिषेक अग्रवाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल रहे. सीएम के आगे सिर झुकाकर हाथ भी जोड़ रहे. अब इसको लेकर मंगलवार को बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने मुख्यमंत्री पर हमला किया. उन्होंने कहा कि तस्वीर में ये नीतीश कुमार के करीबी लग रहे. जिस तरह से मुख्यमंत्री ने डीजीपी को क्लीन चिट दी है और सीएम की अभिषेक अग्रवाल के साथ तस्वीरें वायरल हो रही. ऐसे में कहीं मुख्यमंत्री की अभिषेक अग्रवाल को बचाने की मंशा तो नहीं है?


फोटो वायरल होने पर कमल नोपानी की प्रतिक्रिया


इस वायरल तस्वीर में उनके साथ जेडीयू के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कमल नोपानी भी हैं. तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंगलवार को एबीपी ने जनता दल यूनाइटेड के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कमल नोपानी से बात की. इस दौरान उन्होंने इस तस्वीर की पुष्टि खुद की है. हालांकि इससे ज्यादा उन्होंने कुछ बताया नहीं है. बता दें कि डीजीपी फ्रॉड केस को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. उन पर सीबीआई जांच की मांग कर रहा. इधर, नीतीश कुमार डीजीपी को क्लीन चिट देते हुए बचाव भी कर रहे. शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि बेचारे दो महीने में रिटायर करने वाले हैं. अब किसी ने दूसरे के नाम से फोन कर दिया. इसका खुलासा भी जांच में हुआ है. हम लोग देख रहे हैं.


अभिषेक अग्रवाल को बचाने की मंशा तो नहीं- बीजेपी


इधर, नीतीश कुमार और अभिषेक अग्रवाल की एक साथ वायरल फोटो सामने आने के बाद बीजेपी को मुद्दा मिल गया. बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने मुख्यमंत्री और बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार के डीजीपी को झांसा देकर मूर्ख बनाने वाला फेमस फ्रॉड अभिषेक अग्रवाल मुख्यमंत्री नीतीश का करीबी है. यह जानकर आश्चर्य होता है. उन्होंने कहा कि जिस कम्फर्ट जोन में अभिषेक अग्रवाल की नीतीश कुमार से मुलाकातें होती रहीं हैं वह कम आश्चर्य की बात नहीं है. इसकी तस्वीर भी वायरल हो रही.


मामले की होनी चाहिए हाई लेवल जांच


निखिल आनंद आगे बोले कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री का ही करीबी हो तो निश्चित तौर पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी या अन्य लोग तो उसे भाव देंगे ही. निखिल आनंद ने सवाल करते हुए कहा कि डीजीपी को मुख्यमंत्री ने क्लीन चिट दी है इससे यह लगता है कि कहीं इसके पीछे अभिषेक अग्रवाल को बचाने की मंशा तो नहीं है? उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में जिस तरह से पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार को धता बताया गया है. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्यों भाग रहे हैं?


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