बिहार: दूषित जंगली फल खाने से लगभग 40 बच्चे बीमार, सभी का निजी अस्पताल में चल रहा इलाज
डॉक्टर अशोक सिंह ने बताया कि जगंली फल खाने से बच्चों की हालत बिगड़ी है. सभी का इलाज किया जा रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं.
रोहतास: बिहार के रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के इटिमहा पंचायत के बलिया गांव में 40 बच्चे दूषित जंगली फल खाने से बीमार हो गए हैं. सभी बच्चे उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बलिया के कक्षा एक से छह के छात्र-छात्राएं हैं, जिनका इलाज फिलहाल इटिम्हा स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है. सभी बच्चों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है.
बता दें कि स्कूल के बाउंडरी से सटा जंगली फल का पेड़ लगा हुआ है, जिसे खाने से बच्चे बीमार पड़ गए. ऐसे में गंभीर अवस्था में छात्रों के परिजनों ने उन्हें निजी क्लिनिक में भर्ती कराया है, जहां सभी का इलाज चल रहा है. छात्रों के अभिभावकों ने बताया कि स्कूल से घर आने के बाद बच्चे उल्टी और दस्त से ग्रसित होकर मूर्छित होने लगे. ऐसे में आननफानन उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
अभिभावकों ने बताया कि इसमें साफ तौर पर स्कूल प्रशासन की लापरवाही दिख रही है. स्कूल प्रशासन बच्चों के जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है. स्कूल शिक्षक और अन्य कर्मचारी अगर बच्चों के प्रति सचेत रहते तो इस तरह की घटना नहीं होती.
इधर, डॉक्टर अशोक सिंह ने बताया कि जगंली फल खाने से बच्चों की हालत बिगड़ी है. सभी का इलाज किया जा रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं. सभी बच्चे 2 से 12 वर्ष के बीच के हैं और बलिया गांव के रहने वाले हैं. वहीं, एचएम उषा किरण ने बताया कि सभी बच्चों ने स्कूल की छूट्टी के बाद उक्त फल खाया है. तक तक अन्य सभी बच्चे और शिक्षक घर चले गए थे. स्कूल अवधि में ऐसी कोई घटना नहीं घटी हुई है.
एचएम की मानें तो बच्चों की बीमार होने और अस्पताल में भर्ती होने की सूचना उन्हें शाम सवा छह बजे के बाद मिली है. एचएम का कहना है कि विद्यालय परिसर में उक्त फल का कोई पेड़ नहीं है.
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