कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में शुक्रवार को ओवर लोडड वाहनों को पकड़ने के लिए जांच अभियान चलाई गई. जिले के मोहनिया अनुमंडल के एसडीएम और डीएसपी द्वारा चलाए गए अभियान में 25 से अधिक ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों को कुछ ही घंटों में जब्त कर लिया गया. इन ट्रकों से सरकार को 70 लाख रुपए से अधिक का राजस्व आएगा. दरअसल, कैमूर जिला के उत्तर प्रदेश के बॉर्डर से सटे होने के कारण ट्रक चालक मनमानी करते हैं.
कैमूर के रास्ते यूपी जाते हैं ट्रक
यूपी में बिहार के बालू की काफी डिमांड है, जो सोन नदी में खनन के बाद कैमूर के रास्ते जाती है. इस काम में जमकर धांधली होती है. ऐसे में प्रशासनिक सख्ती के बावजूद सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपए के राजस्व का घाटा झेलना पड़ता है. ट्रके धड़ल्ले से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. ऐसे में समय-समय पर विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है.
बता दें कि बालू लदे ओवरलोडेड वाहनों को रोकने के लिए मोहनिया टोल प्लाजा पर मजिस्ट्रेट और पुलिस की 24 घंटे तैनाती की गई है. ताकि कोई भी ओवरलोडेड ट्रक टोल प्लाजा पर मौजूद मजिस्ट्रेट और पुलिस की नजरों से बच नहीं पाए. लेकिन इन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सरकार को रोजाना लाखों का घाटा झेलना पड़ता है.
अधिकारी ने कही ये बात
इस संबंध में जानकारी देते हुए मोहनिया डीएसपी फैज अहमद खान ने बताया कि जिस तरह से ओवरलोडिंग को लेकर के शिकायतें आ रही थीं, अब उस तरह की शिकायतें नहीं आ रही हैं. ट्रैफिक रेगुलेट है. कहीं कोई जाम की समस्या नहीं है. अगर वैसी स्थिति होती तो जाम लग जाता. अभी तक 22 से अधिक ट्रकों को पकड़ा गया है. फिलहाल ट्रकों को यार्ड में लगाया जा रहा है. लगने के बाद ही क्लियर आंकड़ा होगा कि कितने का राजस्व आएगा. हालांकि, अंदाजा है कि 70 लाख से ऊपर का राजस्व सरकार को आएगा.
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