पटना: देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कोरोना से निपटने के लिए वैज्ञानिक लगातार वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है. इसी क्रम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में कोरोना की नई वैक्सीन के परीक्षण की तैयारी शुरू हो गई है. पहला डोज 16 नवंबर को दिया जाएगा. आइसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा तैयारी वैक्सीन के मानव परीक्षण के दो चरण की समाप्ति के बाद नए वैक्सीन के लिए यह तैयारी चल रही है.


ई-बॉयोलॉजिकल की ओर से तैयार कोविड-19 के वैक्सीन के परीक्षण का फर्स्ट फेज 16 नंवबर से एम्स पटना में शुरू होगा. इसके लिए एम्स पटना ने मोबाइल नंबर जारी किया है, जिस पर फोन कर या फिर आधार कार्ड की फोटो कॉपी भेजकर वालंटियर वैक्सीन परीक्षण का हिस्सा बन सकते हैं.


इस संबंध में डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि ई-बायोलॉजिकल वैक्सीन के फर्स्ट फेज में 12 से 18 वालंटियर पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा. फर्स्ट फेज में 18 से 55 वर्ष आयु वर्ग के ही वालंटियर पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा. इच्छुक वालंटियर का पहले हेल्थ चेकअप कराया जाएगा. स्वस्थ रहने पर ही वैक्सीन का परीक्षण होगा.


उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की टीम वैक्सीन परीक्षण कराने वाले वालंटियर की सेहत का पूरी तरह ख्याल रखेंगे. फर्स्ट फेज में वैक्सीन का हाफ एमएल दिया जाएगा इसके बाद वालंटियर को घर भेज दिया जाएगा. 28 दिनों बाद वालंटियर को वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जाएगा. समय अवधि पूरा होने के बाद इम्यूनिटी चेक कर सैंपल को शोध के लिए लैबोरेटरी में भेजा जाएगा. शोधकर्ताओं के विश्लेषण के बाद आगे की प्रक्रिया जारी रखी जाएगी.