पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए इस बार चुनाव सर्वसम्मति से नहीं होगा बल्कि इसके लिए भी वोटिंग की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है. दरअसल बुधवार को बिहार विधानसभा के नए स्पीकर का चुनाव होना है. इसको लेकर एनडीए और महागठबंधन ने अपने अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है. महागठबंधन जिसमें कि कांग्रेस राजद और वाम दल शामिल हैं उनकी तरफ से राजद के विधायक अवध बिहारी चौधरी को स्पीकर के उम्मीदवार के तौर पर दावेदार बनाया गया है.सिवान से आरजेडी विधायक अवध बिहारी चौधरी प्रत्याशी है तो वहीं एनडीए (जिसमें भाजपा,जदयू, हम और वीआईपी शामिल है) ने भाजपा से विजय कुमार सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है बताते चलें कि बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी राजद है तो दूसरे नंबर की पार्टी भाजपा .हालाकि भाजपा ने पहले ही विधानसभा की कुर्सी गठबबंधन में खुद के लिए तय कर रखा था, अब राजद के आने से चुनाव होना तय माना जा रहा है.ऐसे में अध्यक्ष पद की दावेदारी पर एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक ने दिया अनोखा बयान


एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक ने दिया अनोखा बयान


एआईएमआईएम के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष अख़तरुल ईमान ने विधान सभा अध्यक्ष को लेकर दिया अनोखा बयान. चुटकी लेते हुए कहा इस बढ़ती दावेदारी को देखकर लगता है कि अब हमें भी अपना दावेदार उतारने पर विचार करना चाहिए. साथ हीं सत्तारूढ़ दल और विपक्ष को दी नसीहत और कहा की परंपरा के अनुसार सत्ता पक्ष को अध्यक्ष पद और विरोधी दल को उपाध्यक्ष पद मिलनी चाहिए यही परिपाटी रही है, साथ हीं महा गठबंधन को दी सलाह कि इलेक्शन के चक्कर से बचना चाहिए. ये पूछे जाने पर कि क्या एनडीए के उम्मीदवार पर उनकी सहमति है तो उन्होने कहा ये वक्त के हिसाब से तय किया जाएगा यानि अभी सस्पेंस बरकरार है.