Bihar Air Pollution: दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित बिहार का ये जिला, जहरीली हवा से हो रही लोगों की हालत खराब
Katihar News: केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट में कटिहार को देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर बताया गया है. बुधवार को यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 347 पहुंचा है.
कटिहार: वायु प्रदूषण के मामले में कटिहार भारत की राजधानी दिल्ली को मात दे रहा है. दिल्ली से ज्यादा खतरनाक हालत में कटिहार का वायु प्रदूषण स्तर है. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट में कटिहार को देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर बताया गया है. जबकि दिल्ली दूसरे स्थान पर है. बुधवार को कटिहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 347 है. आज 347 को भी पार करने की उम्मीद है. डॉक्टर्स ने बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं को चेतावनी दी है. मास्क लगाकर बाहर निकलने के लिए कहा गया है.
डीएम ने बताया प्रदूषण का कारण
कटिहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स मंगलवार तक 342-345 पहुंच गया था. बुधवार को 347 तक पहुंचा है. जबकि 250 से अधिक एक्यूआई स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होना बताया जाता है. कटिहार में जबकि कोई बड़े कल कारखाने नहीं हैं फिर भी यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स इतना हाई है. इस मैटर को लेकर कटिहार के जिलाधिकारी उदयन मिश्रा का कहना है कि जिले में बड़े स्तर पर फोर लेन सड़क का निर्माण समेत कई पुल पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है. फॉर लेन निर्माण कार्य (मनिहारी से पूर्णिया) और कई जगहों पर छोटे छोटे पुल पुलिया का निर्माण हो रहा है. वाहनों के द्वारा बालू मिट्टी फ्लाई ऐश लाने और ले जाने के कारण भी हवा में प्रदूषण फैल रहा.
प्रदूषण न फैले इसके लिए आवश्यक निर्देश हैं जारी
सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी जगह का एयर क्वालिटी इंडेक्स में उतार चढ़ाव के कारण तात्कालिक भी होते हैं. ऐसे में निर्माण कार्य एजेंसियों को ऐसे सभी निर्माण सामग्रियों को लाने और ले जाने के दौरान प्रदूषण नहीं फैले इसके लिए आवश्यक निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही कटिहार नगर निगम को भी शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को लेकर काफी सावधानियां बरतने का निर्देश दिया गया है.
गर्भवती, बुजुर्ग और छोटे बच्चों के लिए अलर्ट
कटिहार के शहरी क्षेत्रों में बढ़ते वायु प्रदूषण को डाक्टर्स ने स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया है. उनका कहना है कि श्वसन तंत्र के लिए ये बेहद हानिकारक है. ऐसी स्थिति में तत्काल मास्क का इस्तेमाल और तत्काल निजी वाहन का उपयोग नहीं करते हुए यातायात के लिए सार्वजनिक संसाधनों का उपयोग करने पर नियंत्रण पाया जा सकता है.