पटना: बिहार की सियासी गतिविधियां तेजी से बदल रही हैं. मंत्रिमंडल के विस्तार के चर्चाओं के बीच विपक्षी दल के विधायक लगतार सीएम नीतीश से मुलाकात कर रहे हैं. गुरुवार को पहले एलजेपी के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह ने सीएम नीतीश से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. उसके बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांचों विधायक ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इन पांचों विधायक के सीएम नीतीश से मिलने के बाद अब यह कयास लगाया जा रहा है कि कहीं ये भी तो जेडीयू में शामिल नहीं हो रहे हैं.


प्रदेश अध्यक्ष ने सभी कयासों को नकारा


हालांकि, एआईएमआईएम के अध्यक्ष और अमौर के विधायक अख्तरुल इमान ने एबीपी न्यूज़ से हुई बात में जेडीयू में शामिल होने की किसी भी संभावना से इनकार किया. उन्होंने कहा कि फिलहाल नीतीश कुमार को समर्थन की जरूरत नहीं है. आगे कभी जरूरत पड़ती है तो सोचा जाएगा.


बीजेपी के साथ रहते हुए गठबंधन असंभव


प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि नीतीश कुमार जब तक बीजेपी के साथ हैं, ऐसा हरगिज नहीं हो सकता है. अगर नीतीश कुमार अपने सहयोगी बीजेपी का साथ छोड़ने के लिए तैयार होंगे तो एआईएमआईएम उन्हें समर्थन देने पर विचार कर सकती है.


इन मुद्दों पर मुख्यमंत्री से की बातचीत


अख्तारुल इमान ने बताया कि उन्होंने सीमांचल के विकास के कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की है. इस मुलाकात के दौरान किशनगंज में बन रहे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य को लेकर नीतीश कुमार से चर्चा की है और सीमांचल में सड़क निर्माण, गरीबों के लिए घर, कामगारों के लिए रोजगार जैसे खास मुद्दों से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया है.


गौरतलब है कि बसपा के विधायक रहे जमां खां ने बीते दिनों जदयू की सदस्यता ले ली है. वहीं, लोजपा के एकमात्र विधायक भी लगातार नीतीश कुमार के संपर्क में हैं. अख्तरुल इमाम के भी नीतीश से अच्छे संबन्ध रहे हैं. बता दें कि अख्तरुल इमाम 2014 में किशनगंज से जेडीयू के उम्मीदवार बने थे लेकिन उन्होंने नामांकन के बाद चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था.