बिहार: औरंगाबाद में स्ट्रांग रूम के बाहर कैम्प कर रहे सभी पार्टी के कार्यकर्ता, हर गतिविधि पर रख रहे नजर
स्ट्रांग रूम का मॉनीटर बन्द होने की सूचना प्रत्याशियों ने जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को दी, जिसके बाद तुरंत सभी मॉनीटर सामान्य रूप से कार्य करने लगे.
औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद के सभी छह विधानसभा सीटों पर 28 अक्टूबर को मतदान संपन्न हो गया है. मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद शहर के सिन्हा कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सभी पार्टी के प्रतिनिधियों के सामने ईवीएम सीलबंद कर दिए गए. ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ न हो इसलिए विभिन्न दलों के उम्मीदवारों द्वारा प्रतिनियुक्त प्रतिनिधि 24 घण्टे स्ट्रांग रूम की निगरानी कर हैं.
जिला प्रशासन ने ईवीएम निगरानी के लिए आए इन प्रतिनिधियों को कंट्रोल रूम के बगल में जहां सीसीटीवी मॉनिटर लगे हुए हैं, वहां उनके रहने की व्यवस्था की है. जहां कांग्रेस, राजद, लोजपा, रालोसपा और निर्दलीय प्रत्याशियों के प्रतिनिधि शिफ्ट में 24 घण्टे ईवीएम की निगरानी में लगे हुए हैं. आज लगभग 25 मिनट तक सीसीटीवी के मॉनिटर बन्द हो गए जिसको लेकर थोड़ी देर अफरातफरी का माहौल बना रहा और मतगणना परिसर में रहे प्रतिनिधियों ने इसकी सूचना उम्मीदवारों को दी.
स्ट्रांग रूम का मॉनीटर बन्द होने की सूचना प्रत्याशियों ने जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को दी, जिसके बाद तुरंत सभी मॉनीटर सामान्य रूप से कार्य करने लगे. इस संबंध में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं थी, बस टीवी का तार हिल गया था जिसके कारण सिर्फ मॉनीटर बन्द हुआ था.
स्ट्रांग रूम के निगरानी के लिए लगाए गए कैमरे कभी बन्द नहीं हुए. बन्द होने की सूचना पर वहां मौजूद तकनीशियन द्वारा उसे शीघ्र चालू कर दिया गया. जिला प्रशासन ने मतगणना को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है और इस प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए व्यापक व्यवस्था कर रखी है.