भागलपुर: कोरोना संक्रमण के बाद अब ब्लैक फंगस ने पूरे देश में कहर बरपाना शुरू कर दिया है. बिहार के भी कई जिलों में ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए हैं. ऐसे में प्रशासनिक महकमा ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की कालाबाजारी की संभावना को लेकर अलर्ट हो गया है. इसी क्रम में सूबे के भागलपुर जिले में ड्रग इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद के नेतृत्व में भागलपुर के तिलकामांझी-हटिया रोड स्थित डब्लू मेडिकल हॉल में छापेमारी की गई.


कालाबाजारी ना करने की चेतावनी दी


इस दौरान दवा दुकान में ब्लैक फंगस के रोकथाम में उपयोग की जाने वाली दवाइयों के मौजूद नहीं रहने पर ड्रग इंस्पेक्टर ने दवा दुकानदार को जल्द से जल्द उन सभी दवाइयों को मंगाकर दुकान में रखने का निर्देश दिया. साथ ही कालाबाजारी ना करने की चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि सही उपचार और दवाइयों के सेवन से ही संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाया जा सकता है. 


डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिया निर्देश


मालूम हो कि ब्लैक फंगस ने भागलपुर में पांव पसारना शुरू कर दिया है. इसके संक्रमण के कारण जिले में मौत का सिलसिला भी प्रारंभ हो चुका है. ऐसे में ब्लैक फंगस के बढ़ते प्रभाव पर रोक लगाए जाने को लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को बाजार में इसकी दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा गया है. ऐसे में ड्रग विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार दवा दुकानों में दवा की उपलब्धता को लेकर छापेमारी अभियान चलाई जा रही है.


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