मोतिहारी: बिहार में शिक्षक बहाली के छठे चरण की बहाली के तहत चयनित शिक्षकों को बुधवार से नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पहले दिन 25 हजार से अधिक लोगों को नियुक्ति पर दिया गया. वहीं, आज भी नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया जारी है. हालांकि, कई चयनित अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्हें तीसरे चरण के काउंस्लिंग के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है. सर्टिफिकेट में माइनर स्पेलिंग मिस्टेक की वजह से उन्हें नियुक्ति पत्र देने से वंचित कर दिया गया है. ऐसे में वे लगातार हंगामा कर रहे हैं. 


डीएम से बातचीत से बाद धरना खत्म


इसी क्रम में प्रदेश के पूर्वी चंपारण जिले में बुधवार को चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों ने डीईओ की मनमानी के परेशान होकर डीएम कार्यालय के समक्ष धरना दिया. कई अभ्यर्थी अपने दुधमुंहे बच्चे को लेकर धरना पर बैठी थीं. इधर, डीएम कार्यालय के समक्ष शिक्षक अभ्यर्थियों के धरना पर बैठने से विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी बेचैन हो गए. बड़ी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बल को बुलाया गया. डीईओ, सदर एसडीओ, डीएसपी समेत तमाम अधिकारी अभ्यर्थियों से वार्ता के लिए पहुंचे. लेकिन अभ्यर्थी सरकार के आदेश का हवाला देकर न्याय की मांग कर रहे थे. हालांकि, देर शाम में डीएम के पहल पर अभ्यर्थियों ने धरना समाप्त किया.


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धरना दे रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि डीईओ कार्यालय से विभिन्न प्रमाणपत्र में त्रुटि को लेकर उन्हें नोटिस दिया गया था, जिन त्रुटियों से संबंधित कागजात उन लोगों ने डीईओ कार्यालय में जमा करा दिया था. बावजूद इसके सैकड़ों अभ्यर्थियों को डीईओ कार्यालय ने मिसमैच का फरमान सुनाकर नियोजन पत्र देने से इंकार कर दिया है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि डीईओ कार्यालय के मनमानी को लेकर वे लोग डीएम से न्याय मांगने आए हैं और डीएम कार्यालय कक्ष के समीप धरना दे रहे हैं.


209 चयनित आभ्यर्थियों को नहीं मिला पत्र


बता दें कि चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को 23 फरवरी को नियोजन पत्र देना था. ऐसे में प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान माइनर त्रुटियों को लेकर अभर्थियों से शोकॉज किया गया था, जिससे संबंधित साक्ष्य अभिर्थियों ने डीईओ कार्यालय में जमा करा दिया था. बावजूद इसके राज्य के कई जिलों से नियोजन पत्र लेने आए 209 चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के साक्ष्यों को मिसमैच बता दिया गया. एक दिन शेष रहते डीईओ कार्यालय के इस फरमान से नाराज शिक्षक अभ्यर्थियों ने डीएम कार्यालय कक्ष के पास धरना देना शुरू कर दिया. हालांकि, देर शाम डीएम की पहल पर शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना समाप्त हुआ. 


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