सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में शनिवार को बेटे द्वारा अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिता की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. घटना जिले के पिपरा थाना क्षेत्र ठाढ़ी भवानीपुर गांव की है. दरअसल, उक्त गांव में कुछ दिनों पूर्व तालाब किनारे एक अधेड़ का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी थी.


लाश की पहचान ठाड़ी भवानीपुर निवासी वीरेन्द्र यादव के रूप में हुई थी. इस संबंध में स्थानीय पुलिस ने मृतक वीरेंद्र यादव के पुत्र धर्मेन्द्र यादव के लिखित शिकायत पर 13 लोगों के विरुद्ध धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. ऐसे में मामले के उद्भेदन के लिए सुपौल पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार में सुपौल सदर एसडीपीओ कुमार इंद्र प्रकाश के नेतृत्व में पिपरा एसएचओ संतोष कुमार निराला और डीआईयू शाखा के कर्मियों को निर्देशित किया था.


इधर, टीम द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए छापेमारी कर महज 12 घंटे में ही इस हत्या का उद्भेदन कर लिया गया. पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि इस कांड के वादी मृतक के पुत्र धर्मेंद्र यादव ने ही अपने पिता के हत्या की साजिश रची थी. इस बात की पुष्टि होते ही पुलिस ने हत्यारे पुत्र धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया.


गिरफ्तारी के बाद मृतक के बेटे ने अपना जुर्म कबूल किया और अपने अन्य दो मित्रों के साथ मिलकर अपने ही पिता की हत्या की रची साजिश और कारणों की सारी कहानी पुलिस को बताई. आरोपी ने बताया कि उसके पिता का किसी अन्य महिला के साथ अवैध संबंध था. इस वजह से मृतक उसकी मां को पीटता था. इस बात से नाराज उसने अपने पिता की हत्या करने की ठान ली.


पुलिस हिरासत में उसने बताया कि प्लानिंग के बाद पहले उसने अपनी मां और बहन को अपने गांव मुरली पहुंचा दिया और फिर अपने दो मित्रों के साथ पहले पिता को शराब पिलाया और मित्र के बाइक पर बैठाकर तालाब किनारे ले जाकर हत्या कर फेंक दिया और अपने दियाद के 13 सदस्यों के ऊपर जमीन विवाद को लेकर कांड दर्ज करा दिया.


बहरहाल, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर हत्या में शामिल एक और साथी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अन्य आरोपी फरार हैं. हालांकि, पुलिस ने फरार अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है. बता दें कि सुपौल एसपी ने शनिवार को पीसी की थी, इसी दौरान उन्होंने मामले के उद्भेदन के बारे में जानकरी दी.