गणतंत्र दिवस परेड में आरा के समाजसेवी भीम सिंह भवेश भी होंगे मेहमान, दिल्ली से आया बुलावा
पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में भोजपुर निवासी समाजसेवी और पत्रकार भीम सिंह भवेश की विशेष चर्चा की थी. उन्होंने मुसहर समुदाय के उत्थान में उनके प्रयासों की खुब सराहना की थी.
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Bhim Singh Bhavesh: भोजपुर जिले के प्रखर समाजसेवी और वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भीम सिंह भवेश को देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान गणमान्य व्यक्ति के रूप आमंत्रित किया गया है. इसको लेकर प्रसार भारती दिल्ली के जरिए आमंत्रण पत्र भीम सिंह ‘भवेश’ को भेजा गया है. 26 जनवरी की सुबह वे कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे.
प्रधानमंत्री ने की थी 'मन की बात' में तारीफ
दरअसल अपने मन की बात के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन-जिन गणमान्य व्यक्तियों का उल्लेख किया है, उन्हें 26 जनवरी को 76 वें गणतंत्र दिवस समारोह में आमंत्रित किया जा रहा है. इस दौरान कार्यक्रम के अंतर्गत दिल्ली में राष्ट्रीय महत्व के विशेष स्थानों का दौरा भी प्रस्तावित है.
प्रधानमंत्री मोदी ने "मन की बात" के 110 वें एपिसोड में बिहार के भोजपुर निवासी समाजसेवी और पत्रकार भीम सिंह भवेश की विशेष चर्चा की थी. उन्होंने मुसहर समुदाय के उत्थान में उनके प्रयासों की खुब सराहना की थी. कहा था कि बिहार के भोजपुर में भीम सिंह भवेश जी ने अपने क्षेत्र के मुसहर जाति के लोगो के लिए बहुत काम किया है. मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय है. भवेश ने इस समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस किया है.
इन्होने अब तक मुसहर जाति के आठ हजार बच्चों का दाखिला स्कूल में कराया है और एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाया है. इनके स्थापित पुस्तकालय के माध्यम से अब तक सवा सौ से अधिक बच्चे एनएमएमएस (राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति) का वजीफा पा रहे हैं. इनके प्रयास से करीब सौ अनाथ बच्चे-बच्चियों को परवरिश का लाभ मिल रहा है. ये बच्चों के डॉक्यूमेंट बनवाने और फॉर्म भरवाने में भी मदद करते हैं. इन्होंने सौ से ज्यादा मेडिकल कैंप लगवाए और कोरोना काल में भी लोगों की मदद की.
आरा शहर के मदन जी हाता निवासी भीम सिंह ने शुरुआती दौर से ही मेहनत की. उन्होंने एमए द्वय और एलएलबी किया. इसके बाद पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. सात भाइयों में मांझिल भवेश 1992 से पत्रकारिता के क्षेत्र मे हैं. इसके बाद समाजसेवा से जुड गए. वे नई आशा नामक संस्था से जुड़े. इस दौरान उन्होंने मुसहर समाज के लोगों के उत्थान के लिए कार्य किया. वे बीते दो दशक से मुसहर समाज के लोगों के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं.
आरा शहर की अधिष्ठात्री मां आरण्य देवी मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ कराने का श्रेय भी श्री भवेश का है. वे अपनी शादी 36वीं वर्षगांठ पर 28 अप्रैल 2022 को मां आरण्य देवी का दर्शन करने मंदिर गए थे. मंदिर प्रांगण से ही मां की प्रेरणा से इन्होंने शहर के कई गणमान्य लोगों से चर्चा की. 01 मई को मंदिर प्रांगण मे बैठक आयोजित की. 03 मई को श्री जीयर स्वामी मंदिर में आए और उनके निर्देश के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ. डॉ भवेश मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक है.
सौरव गांगुली भी कर चुके हैं भीम सिंह को सम्मानित
2024 में पटना में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी भीम सिंह ‘भवेश’ को सम्मानित किया था. डॉ भवेश ने चार पुस्तकें लिखी हैं, जिनमे “सानिध्य का संस्मरण”, “हाशिए पर हसरत” ”कलकत्ता से कोलकाता”, और ” नेम प्लेट” शामिल है. वर्तमान में आरा शहर की अधिष्ठात्री मां आरण्य देवी मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ कराने का श्रेय भी भीम सिंह को जाता है. वे मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट, आरा, के मुख्य संरक्षक भी हैं.
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