Arrah Youth Hostage: आरा के रहने वाले एक युवक के ईरान में अपहरण की खबर है. गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने सूचना दी है. भोजपुर जिले में पीरो प्रखंड के सुखरौली गांव के रहने वाले गौरव के घरवालों ने हसन बाजार ओपी में एफआईआर दर्ज कराई है. परिजनों ने इंटरनेशनल ड्रग माफिया पर अपहरण का शक जताते हुए 2 करोड़ रुपये फिरौती मांगने का आरोप लगाया है. पैसे नहीं देने पर गौरव को जान से मारने की धमकी दी गई है.
परिवार और रिश्तेदारों में चिंता और बेचैनी
इस मामले में भोजपुर पुलिस ने इसे अंतरराष्ट्रीय मामला बताते हुए इंडियन एम्बेसी से मदद लेकर कार्रवाई की बात कही है. ईरान में गौरव को बंधक बनाने की खबर से परिवार और रिश्तेदारों के साथ पीरो के सुखरौली गांव के लोग भी हैरान हैं. लोगों की मानें तो ये बहुत बड़ा मामला है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर और इंटरनेशनल ड्रग सप्लायर शामिल है.गौरव की वतन वापसी से बहुत बड़े रहस्य और अंतरराष्ट्रीय सांगठनिक अपराध से पर्दा उठेगा.
विदेश में नौकरी की लालच से ड्रग माफिया के चंगुल में फंसे गौरव की उम्र 24 साल बताई जा रही है, जो मुंगालाल साह का सबसे छोटा बेटा है. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक गौरव नौकरी के झांसे में पड़कर इसी साल 15 फरवरी को पटना गया था. दो दिन बाद 17 फरवरी को पटना से कोई शख्स उसे पहले मुंबई और फिर दुबई ले गया. लगभग एक हफ्ते तक दुबई में रुकने के बाद तस्कर उसे तेल कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ईरान लेकर चले गए.
दुबई में ही काम करते हैं पीड़ित के जीजा
गौरव के बड़े भाई राजन ने बताया कि इनके जीजा गुप्तेश्वर दुबई में ही काम करते हैं. मिस्टर साहू नाम के किसी दलाल का नंबर गौरव को मिला था, जिसने तेल कंपनी में नौकरी दिलाने की बात कही थी. इसके साथ सोनू नाम का भी कोई शख्स था. एक महीने का काम बताकर वो गौरव को ईरान ले गया और खुद गायब हो गया. यहां तक कि उस एजेंट ने ईरान जाने के लिए गौरव से एक रुपये भी नहीं लिए. एक महीने में रिटर्न वीजा और टिकट का खर्च भी उसी शख्स ने दिया.
गौरव के भाई राजन ने बताया, "8 मई तक गौरव घरवालों के संपर्क में था. फोन कॉल और वीडियो कॉल पर लगातार घरवालों से बात होती थी. गौरव ने बताया था कि ईरान में उसे शिराज के होटल पार्स में रखा गया है. धीरे-धीरे घरवालों से गौरव की बात कम होने लगी. गौरव को भी शक हो गया कि उसे फंसाया गया है. वॉइस मैसेज के जरिये गौरव ने परिवार वालों को ये बात बताई थी. उसने रोते हुए घरवालों से कहा कि शारजाह में रिसीव करने के बाद उसे ईरान के किसी चाबहार नामक स्थान पर मोहम्मद करीम के घर में बंद किया गया और भोजन-पानी पर पाबंदी लगा दी गई है."
'फिरौती के लिए पाकिस्तान से आता है फोन'
गौरव के परिवार वालों का आरोप है कि फिरौती के लिए पाकिस्तान से फोन आता है. +92 कोड से कॉल कर फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद पुलिस ने गौरव के अपहरण की खबर घरवालों को दी है. अहमदाबाद पुलिस ने परिजनों को बताया कि 29 अप्रैल को पोरबंदर बंदरगाह पर भारतीय तटरक्षक (ICG), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और गुजरात ATS की टीम ने 173 किलोग्राम ड्रग के साथ 5 तस्करों को पकड़ा था. इसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
एटीएस के अफसरों ने ही यह खुलासा किया कि पूछताछ में ड्रग माफिया ने बताया कि भोजपुर के युवक को ईरान में गिरवी रखा गया है. ईरान में गौरव को गिरवी रखने की खबर से घरवाले परेशान हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री से मदद की गुहार लगाई है. भारतीय दूतावास की मदद से गौरव को इंडिया वापस लाने की मांग कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने भी मदद का भरोसा दिया है.
मामले में भोजपुर एसपी ने क्या कहा?
इस मामले में भोजपुर एसपी नीरज कुमार ने बताया, "हसन बाजार ओपी के सुकरौली गांव के गौरव कुमार सर्विस वीजा पर ईरान गए थे, इसको जानकारी थी कि ये सर्विस के लिए जा रहे हैं वहा पर सिंडिकेट के द्वारा इन्हें फंसा लिया गया है. इस संबंध में हम लोगों ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. एम्बेसी को ये सूचना देने के लिए पत्राचार किया जा रहा है."
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