पटना: बिहार में दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव (Bihar Assembly By-Election) को लेकर सियासी हलचल तेज है. शुक्रवार को जहां जेडीयू ने दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की. वहीं, अब आरजेडी (RJD) ने भी दोनों सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने जानकारी दी कि कुशेश्वरस्थान से गणेश भारती और तारापुर से अरुण कुमार साह को टिकट दिया गया है. उपचुनाव के लिए ये दोनों पार्टी के उम्मीदवार होंगे और इनके समर्थन में पार्टी सुप्रीमो लालू यादव भी चुनाव प्रचार करेंगे.


आरजेडी एमएलसी ने किया दावा


बता दें कि आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह (MLC Sunil Singh) ने ये दावा किया है कि लालू यादव पटना आएंगे. बिहार विधानसभा के दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए वो प्रचार करेंगे. उनकी मानें तो पटना प्रवास के दौरान 23 अक्टूबर और 27 अक्टूबर को दोनों सीटों के लिए वो प्रचार करेंगे.


मालूम हो कि लालू यादव के पटना ना आने को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है. इस विवाद को शुरू करने वाले और कोई नहीं बल्कि उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हैं. उन्होंने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान लालू यादव (Lalu Yadav) को दिल्ली में बंधक बनाए जाने का बयान देकर सूबे के सियासी पारा चढ़ा दिया है. तेज प्रताप के इस सनसनीखेज आरोप के बाद सत्ता पक्ष के नेताओं ने आरजेडी (RJD) और खासकर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को घेरना शुरू कर दिया है. इधर, रविवार को पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी ने पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. 


लालू यादव को बंधक बनाना असंभव


उन्होंने अपने बड़े भाई के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, " लालू प्रसाद यादव ने कई ऐसे कार्य किए हैं, जिससे देश और बिहार के लोग उन्हें पहचानते हैं. वे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे, रेल मंत्री रहे. उन्होंने दो-दो बार प्रधानमंत्री बनाया. उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवाया था. ऐसे में उनको बंधक बनाने की बात उनके व्यक्तित्व से नहीं मिलती है. इसलिए इन सभी बातों पर ध्यान नहीं देना है."



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