पटना: बिहार में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव (Bihar Assembly By-Election) को लेकर सभी पार्टियों ने दावा करना शुरू कर दिया है. एक तरफ जहां एनडीए (NDA) नेता महीने के अंत में होने वाले चुनाव में जीत को लेकर निश्चिंत हैं. वहीं, दूसरी ओर आरजेडी (RJD) नेताओं को मानना है कि लालू यादव (Lalu Yadav) के आने के बाद सीन बदल जाएगी और चुनाव में उनकी जीत होगी. बुधवार को बीजेपी (BJP) प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने कहा, " बिहार विधानसभा उपचुनाव में निश्चित तौर पर एनडीए जीतने की स्थिति में है. जहां तक महागठबंधन का सवाल है तो दोनों पार्टियां कांग्रेस (Congress) और आरजेडी अलग हो चुकी है."


प्रचार के लिए लेनी चाहिए इजाजत 


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, " लालू यादव के कैंपेन की बात चल रही है. लेकिन मुझे लगता है कि कोर्ट से परमिशन लेकर उनको कैंपेन करना चाहिए. उनके स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं है. लेकिन अगर उनके स्वास्थ्य को दरकिनार कर उन्हें राजनीति के लिए दांव पर लगाना है, तो ये अलग बात है. कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) निश्चित तौर पर फ्रेंज एलिमेंट हैं और कांग्रेस पार्टी ने एक बॉरो प्लेयर के तौर पर उन्हें एडॉप्ट किया है. सिर्फ न्यूज सेंस वैल्यू है. सुर्खियां बनने के लिए कन्हैया तमाशे के तौर पर ठीक हैं. लेकिन कन्हैया को बिहार की जनता बहुत गंभीरता से नहीं लेगी. आने वाले दौर में बिहार के जनता के लिए निर्णय का सवाल है कि आने वाला बिहार का भविष्य कैसा होगा और कौन नेता बिहार के खबरों के सुर्खियों में रहेंगे और कौन सत्ता में रहेंगे."


राजनीतिक पुरुषार्थ पर भरोसा नहीं


इधर, जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, " प्रस्तावित उप चुनाव में एनडीए गठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सहित विभिन्न घटक दल के शीर्ष नेता चुनाव प्रचार में जाएंगे. लेकिन महागठबंधन का जो आपसी प्रतिनिधित्व है, जिसमें तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जो प्रतिपक्ष के नेता हैं, वो अनुकंपा के बुनियाद पर हैं, उनको अपने राजनीतिक पुरुषार्थ पर भरोसा नहीं है. इसलिए अपने पिता का भी सहयोग ले रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने भी अपने स्टार प्रचारक की सूची जारी की है. तो अब कौन किसका राजनीतिक इलाज करेगा ये भविष्य तय करेगा."


वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि विधानसभा के दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. उसमें चाहे कोई प्रचार करने आ जाए, लेकिन दोनों सीटों पर यदि लालू प्रसाद चुनाव प्रचार के लिए आएंगे तो उसका कोई मुकाबला नहीं हो सकता है. उनसे किसी का मुकाबला नहीं किया जा सकता. वो जन जन के नेता हैं और जनता के दिलों पर राज करते हैं. बिहार के जनता को उनका बेसब्री से इंतजार है. अगर चिकित्सकों ने सलाह दी और स्वास्थ्य ठीक रहा तो लालू प्रसाद प्रचार करेंगे और जनता बहुत ही उत्साहित होगी उनके प्रचार से और उनको ऊर्जा मिलेगी.





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