Bihar Election: बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच पहले चरण की पोलिंग के लिए आज नामांकन दाखिल करने का दूसरा दिन है, लेकिन महागठबंधन और एनडीए, दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों को लेकर कोई फैसला अब तक नहीं हो सका है. इस बीच इन दो बड़े गठबंधनों के अलावा तीन नए गठबंधन भी बने हैं जो चुनावी मैदान में अपनी मौजूदगी दिखाने में जुट गए हैं.
आपको बता दें कि पहले चरण में 71 सीटों के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होने हैं. दूसरे चरण के लिए मतदान 3 नवंबर और तीसरे और आखिरी चरण के लिए 7 नवबंर को होंगे. वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी.
सत्ताधारी गठबंधन एनडीए में एलजेपी को लेकर पेंच फंसा हुआ है, जबकि महागठबंधन में राजद और कांग्रेस ही आपस में भिड़े हुए हैं. सबकी यही ख्वाहिश है कि उसे ज्यादा से ज्यादा सीट मिले, और वो भी मनपसंद, जो झगड़े की वजह है.
जहां दोनों बड़े गठबंधन अपने-अपने साथी से जूझ रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन से अलग होकर बीएसपी से गठबंधन कर लिया. पप्पू यादव भी मैदान में हैं और उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद की आज़ाद समाज पार्टी से तालमेल किया है. इस तरह असदुद्दीन ओवैसी ने देवेंद्र प्रसाद यादव की पार्टी समाजवादी जनता दल के साथ गठबंधन किया है.
बीजेपी का झगड़ा
एनडीए को बनाए रखने की जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह ने अब खुद अपने कंधे पर ले ली है. इसी कोशिश के तहत गुरुवार को अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक करीब एक घंटे तक चली इस सीधी मुलाकात में सीट बंटवारे पर चर्चा हुई लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ. बैठक में चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ शिकायत भी की. चिराग ने नीतीश कुमार के साथ चल रही अपनी तनातनी का कारण अमित शाह और जेपी नड्डा के सामने रखा.
कांग्रेस-राजद का टकराव
सूत्रों की मानें तो आरजेडी 73-75 सीटें कांग्रेस को देने के लिए तैयार है लेकिन इसमें से 10 सीटें शहरी इलाके में यानी अर्बन सीटें हैं. यानी 10 अर्बन सीटों की शर्त के साथ आरजेडी कांग्रेस को 73-75 से सीटें देने के लिए राजी है लेकिन कांग्रेस को ये मंजूर नहीं. कांग्रेस को लगता है कि इन शहरी सीटों पर मैदान में उतरना फायदे का सौदा नहीं रहेगा. इन 10 सीटों पर कैडर उस तरह से तैयार नहीं हैं और अगर ऐसे में पार्टी यहां चुनाव लड़ने में हामी भरती है तो नुकसान होगा.
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