बिहार विधानसभा चुनाव: कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग प्रचार अभियान के लिए जारी कर सकता है दिशा-निर्देश
कोरोना वायरस महामारी के बीच चुनाव आयोग बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के लिए दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने विधानसभा चुनाव में ‘डिजिटल चुनाव प्रचार अभियान’ की अवधारणा का विरोध किया है.
नई दिल्लीः चुनाव आयोग (EC) कोरोना वायरस महामारी के बीच होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के लिए दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. चुनाव आयोग के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अगले कुछ दिनों में जारी हाने जा रहे ये दिशा-निर्देश राजनीतिक दलों से प्राप्त फीडबैक पर आधारित होंगे.
कोरोना से बचने के निर्देश
अधिकारियों ने लोगों को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मास्क लगाने, एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने और अन्य एहतियाती उपाय करने के लिए कहा है. बिहार में एक लाख से अधिक इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. आयोग ने पिछले महीने राजनीतिक दलों से ‘‘अपने विचार एवं सुझाव भेजने को कहा था ताकि इस महामारी के दौरान उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार अभियान के लिए जरूरी दिशा-निर्देश तय किये जा सकें.’’
हो रही सामान्य चुनाव प्रचार अभियान की मांग
समझा जाता है कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) जैसे राजनीतिक दलों ने विधानसभा चुनाव में ‘डिजिटल चुनाव प्रचार अभियान’ की अवधारणा का विरोध किया है. जुलाई में आयोग को सौंपे ज्ञापन में नौ विपक्षी दलों ने बिहार में भाजपा द्वारा शुरू किये गये डिजिटल अभियान पर यह कहते हुए प्रश्न उठाया था कि इससे समान मौके की धारणा प्रभावित होती है. उन्होंने सामान्य चुनाव प्रचार अभियान की मांग की थी.
29 नवंबर को खत्म हो रहा विधानसभा का कार्यकाल
जब यह सवाल किया गया कि क्या दिशा-निर्देश में डिजिटल और पारंपरिक चुनाव प्रचार के सम्मिश्रण का प्रस्ताव होगा तब एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दस्तावेज तय करते समय सभी बातों को ध्यान में रखा जाएगा. बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त होगा.
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