Waqf Amendment Bill Protest: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन वक्फ संशोधन बिल के विरोध में माले के विधायकों ने सोमवार (25 नवंबर) को विरोध मार्च निकाला. बिहार विधानसभा के मुख्य गेट से मार्च निकालकर माले विधायक विधानसभा पहुंचे. माले के विधायक संदीप सौरव ने कहा कि यह मार्च वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ है जो केंद्र सरकार लेकर आई है और देश के ऊपर जबरदस्ती थोपना चाहती है. हमलोग चाहते हैं बिहार विधानसभा इस मामले पर संज्ञान ले.
संदीप सौरव ने कहा कि देश के धार्मिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित करके केंद्र को भेजा जाए यह हम लोग चाहते हैं. वक्फ संशोधन बिल जो है उसमें वक्फ की तमाम संपत्तियों की देखरेख और निगरानी का अधिकार जो अभी तक वक्फ बोर्ड का था उसको छीनकर सरकार दूसरी कमेटियों को देना चाहती है. एक ऐसी समिति जिससे हिंदू-मुस्लिम में तनाव पैदा होगा. समाज का जो आर्थिक ताना-बाना है वो संकट ग्रस्त हो जाएगा. इसलिए हम लोग चाहते हैं यह वापस हो.
'वक्फ संशोधन बिल को समर्थन देना बंद करें नीतीश कुमार'
वहीं सीपीआईएमएल के विधायक दल के नेता महबूब आलम ने इस संबंध में कहा कि नीतीश कुमार वक्फ संशोधन बिल को समर्थन देना बंद करें. वक्फ संशोधन बिल के जरिए नरेंद्र मोदी की सरकार ने संविधान पर हमला किया है. अल्पसंख्यकों की संपत्ति रखने का जो संवैधानिक अधिकार है उस पर हमला किया है. यह बिहार बर्दाश्त नहीं करेगा.
वहीं दूसरी ओर महबूब आलम से जब पूछा गया कि ललन सिंह ने कहा है कि बिहार में मुस्लिम समाज के लोग जेडीयू को वोट नहीं देते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि ललन सिंह बीजेपी की दलाली कर रहे हैं. नीतीश कुमार को सोचना है. बीजेपी की बोली बोलने वाले ललन सिंह ऐसा क्यों बोल रहे हैं, यह जवाब हम नीतीश कुमार से लेंगे.
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