पटना: कर्मचारी दफ़्तर आते वक्त अपने मन मुताबिक ड्रेस पहनना पसंद करते हैं. अगर आपने कभी सरकारी कार्यालय में काम करते कर्मचारियों को देखा होगा तो आपको इसका अंदाज़ा बखूबी होगा. लेकिन बिहार विधानसभा के अंदर बैठने वाले कर्मचारी और पदाधिकारी अब ऐसा नहीं कर सकेंगे.


दरअसल 17वीं विधानसभा के गठन के बाद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बजट सत्र के पहले पहली बार विधानसभा के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों से सेंट्रल हॉल में मुलाकात की. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा कर्मचारियों पर सख्त दिखे.


उन्होंने अपनी मनपसंद का ड्रेस पहनने के लिए कर्मचारियों पर रोक लगा दी. मुलाक़ात के दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग विधानसभा के अंदर जींस और टीशर्ट पहनकर ड्यूटी करते हैं वो संभल जाएं.


अध्यक्ष विजय सिन्हा चेतवानी के लहजे में कहा कि जो लोग जींस पहन कर आते हैं वे इस बात को समझ लें कि यदि वे 10 दिन के अंदर विधान सभा के ड्रेस कोड को नहीं अपनाते हैं तो उन लोगो पर कार्रवाई होगी. साथ ही विधान सभा अध्यक्ष ने डी ग्रेड कर्मचारी को भी अपने वर्दी में ही ड्यूटी करने का सख्त निर्देश दिया है.


कर्मचारी और पदाधिकारियों को निर्देश देने के बाद उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा बिहार में लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है. जहाँ से मुझे और हमारे माननीय विधायकों को जनसेवा का मौका मिलता है. आप सब भाग्यशाली हैं कि इस लोकतांत्रिक मंदिर के महत्वपूर्ण भाग हैं. बिना आपके सक्रिय सहयोग के सभा सचिवालय की कार्य कुशलता नहीं बढ़ सकती है.


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