गोपालगंज: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंगीभूत महेंद्र महिला कॉलेज में अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्रोफेसर डॉ.विजय कुमार पासवान का मंगलवार को संदिग्ध हालत में किराये के मकान में शव मिला. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है. मृतक सहायक प्रोफेसर नगर थाने के अधिवक्ता नगर मोहल्ले में किराये के एक मकान में रहते थे.


बता दें कि मंगलवार की शाम डॉ.विजय कुमार पासवान का शव मिला. कमरे में शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई. मकान मालिक की सूचना पर पहुंची नगर थाने की पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मृतक सहायक प्रोफेसर सिधवलिया थाने के सिकटिया गांव के रहने वाले मिश्री मांझी के बेटे थे, जो पिछले चार साल से महिला कॉलेज में बतौर सहायक प्रोफेसर कार्यरत थे.


मौत की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ जुट गई. कॉलेज के कर्मियों ने बताया कि डॉ. विजय बेहतर स्वभाव के थे. किसी से कोई विवाद नहीं था. पुलिस सूत्रों की मानें तो मृतक का शरीर नीला पड़ गया था.  


कल एफएसएल करेगी जांच


सहायक प्रोफेसर की मौत के मामले में बुधवार को एफएसएल की टीम जांच करेगी. पुलिस की सूचना पर मुजफ्फरपुर से फॉरेंसिक जांच टीम गोपालगंज के लिए रवाना हो गयी है. प्रभारी एसपी सह एसडीपीओ नरेश पासवान ने बताया कि मौत के मामले में एक-एक बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है. 


मंगलवार को नहीं पहुंचे कॉलेज


सहायक प्रोफेसर की कमरे लाश मिली तो पुलिस ने कई बिंदुओं पर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि मंगलवार को डॉ.विजय कुमार पासवान कॉलेज में नहीं गये थे. कॉलेज में नहीं पहुंचने पर उनके साथियों ने फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. 


कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस


पुलिस ने मृतक सहायक प्रोफेसर की मोबाइल से कॉल डिटेल को खंगालनी शुरू कर दी है. जिस कमरे में सहायक प्रोफेसर का शव मिला, वहां से दो मोबाइल मिले, जिसे पुलिस ने जांच के लिए भेज दिया. घटना होने से पहले किन-किन लोगों से सहायक प्रोफेसर की बात हुई, उसकी जांच की जा रही है. 


पुलिस जांच के लिए पहुंची तो जानकारी मिली कि डॉ. विजय सुबह से ही कमरे में सोये हुए थे. सुबह नौ बजे कमरे पड़ोसी पहुंचा तो देखा कि वो एक करवट से ही सोये हुए थे. शाम में जब पड़ोसी डॉ विजय से मिलने पहुंचा तो उसी पोजीशन में सोये हुए मिले, जिसके बाद अंदेशा जतायी जा रही है कि सुबह होने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी.


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