Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए निकले इंडिया गठबंधन के सहयोगी मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने रविवार (7 अप्रैल) को बगहा में बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी को हमसे नहीं निषाद समाज से परेशानी है. सहनी ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने अच्छे दिन का सपना दिखाया था, लेकिन आज युवाओं को रोजगार के लिए यहां से पलायन करना पड़ रहा है.


 बगहा में बीजेपी पर गरजे मुकेश सहनी 


मुकेश सहनी ने बगहा में विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि "आज देश की संपत्ति बेचकर लोगों को बताया जा रहा है कि देश आगे बढ़ रहा है. आज देश के ऊपर कर्ज बढ़ता जा रहा है. यही नहीं भारत विकासशील देश की सूची से बाहर निकल गया और कहा जा रहा है कि हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है".  


मुकेश सहनी ने जोर देकर कहा कि आज केंद्र की सरकार लोगों को गुमराह कर हमारे पूर्वजों के सपने को चकनाचूर कर रही है. नागपुर के इशारे पर संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है. सभी संस्थाओं को जेबी संस्था बना दिया गया है. स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि दो राज्यों के मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया गया है. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते को बंद कर दिया गया है. राजनीतिक दलों के निबंधन को समाप्त किया जा रहा है.


'वीआईपी को समाप्त करने की थी कोशिश'


देश में 927 राजनीतिक दलों के निबंधन को रद्द कर दिया गया. वीआईपी को भी समाप्त करने की कोशिश की गई. बीजेपी पर सीधा आरोप लगाते हुए सहनी ने कहा कि कि मेरी मदद से बनी सरकार में से मेरे चार विधायक खरीद कर मुझे ही बाहर कर दिया गया. उन्हें डर था इस कारण मुझे आगे बढ़ने से रोक दिया गया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें (बीजेपी) हमसे नहीं निषाद समाज से तकलीफ है.


बिहार में की निषाद आरक्षण की मांग 


सहनी ने कहा कि हमारी एक मांग है कि अगर दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण है तो बिहार, झारखंड में क्यों नहीं. सहनी ने इशारों ही इशारों में बीजेपी पर धर्म के नाम पर लड़ाने और नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी शक्तियों से हमे लड़ना होगा. उन्होंने लोगों से इस लोकसभा चुनाव में  महागठबंधन के उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की.


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