एक क्लिक में ऑन-ऑफ होगी घर की बिजली, बिहार के लड़के ने बनाया खास यंत्र, कितने रुपये हुए खर्च?
Good News: युवक बिहार के बांका का रहने वाला है. गांव में एक बार करंट से आग लग गई थी. इस हादसे में उसके दोस्त की मौत हो गई थी. इसके बाद सोचा कि एक यंत्र बनाया जाए जिससे कहीं से भी बिजली काटी जा सके.
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Electricity Sensor Device: सरकार ऊर्जा संरक्षण के दिशा में लगातार कई तरह के प्रयत्न कर रही है. इसी कड़ी में बांका जिले के धोरैया प्रखंड की रणगांव पंचायत अंतर्गत सरबा ग्राम निवासी संजय मंडल के 24 वर्षीय पुत्र विकास कुमार ने देसी जुगाड़ से ऐसा यंत्र बनाया है जिससे घर की बिजली को आप ऑन-ऑफ कर सकते हैं. महज चार हजार की लागत से विकास ने सेंसर डिवाइस का निर्माण किया है.
इस सेंसर डिवाइस की मदद से स्मार्टफोन के एक क्लिक से घर के अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को ऑन-ऑफ किया जा सकता है. भूलवश अगर आप घर के किसी उपकरण को बंद करना भूल गए हों तो इसकी मदद से दुनिया के किसी कोने से उसे ऑफ कर सकते हैं.
कैसे मिली प्रेरणा?
विकास ने बताया कि इस सेंसर डिवाइस को बनाने की प्रेरणा उसे बचपन में तब मिली जब गांव में एक हादसा हुआ. गांव में करंट से आग लग गई थी. उस समय गांव की बिजली किसी कारणवश कट नहीं हो पाई थी. हादसे में उसके एक मित्र की मौत हो गई थी. इसके बाद ही उसने ऐसा यंत्र बनाने का सोचा था.
स्मार्टफोन से कर सकते हैं ऑपरेट
विकास कुमार ने बताया कि उसके पिता की पंजवारा बाजार में बिजली की दुकान है. वह दुकान जाता था और काम देखता था. इस सेंसर डिवाइस को बनाने के लिए उसने अपनी दुकान की कबाड़ में से डिले, डायोड, मॉसफेट, सेंसर, जनर डायोड आदि का इस्तेमाल किया और इस उपकरण को बनाया है. यह डिवाइस इलेक्ट्रोमैग्नेटिक चिप के जरिए संदेश प्रेषित करता है. इसमें किसी भी स्मार्टफोन से ऑन या ऑफ पर क्लिक करने के बाद विद्युत वायर पर लगे हुए मुख्य डिवाइस में बी प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर के जरिए सांकेतिक ऊर्जा प्राप्त होता है. इसके बाद यह डिवाइस अपना काम करना शुरू कर देता है.
इस डिवाइस में इंटरनेट के लिए एक सिम का भी उपयोग किया गया है ताकि यह डिवाइस हमेशा इंटरनेट से कनेक्ट रहे. विकास ने बताया कि उसने 2016 में मैट्रिक पास किया था. 2022 में ओडिशा के गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से डिप्लोमा की पढ़ाई की है. वैज्ञानिक बनने की इच्छा रखने वाले विकास को बेहतर प्लेटफॉर्म की जरूरत है. इसको लेकर विकास ने जूनियर साइंटिस्ट के लिए आवेदन भी किया है. उसने कहा कि सरकार की मदद मिली तो यह उपकरण ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहद कारगर साबित होगा.
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