पटना: बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी रेलवे यार्ड से कई डीजल लोकोमोटिव इंजन के पुर्जे कथित तौर पर चोरी होने की खबर मीडिया में आने के बाद हड़कंप मच गया. इस मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है. शनिवार को रेलवे अधिकारियों ने दावा किया कि चोरी किए गए लगभग 95 फीसद सामान की बरामदगी हो चुकी है.
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) बीरेंद्र कुमार ने शनिवार को 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा कि उक्त मामले में अब तक कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ स्थानों से चोरी किए गए रेलवे के सामान का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से चोरों ने डीजल इंजनों के ट्रैक्शन मोटर्स से महंगे तांबे के केबल चुरा लिए. जोन में रेलवे खंडों के विद्युतीकरण के परिणामस्वरूप उपयोग में नहीं होने के कारण कई पुराने डीजल इंजन को शेड में रखा गया है.
सीपीआरओ ने कहा कि इन इंजन को स्पेयर के रूप में रखा गया था, क्योंकि लगभग 90 प्रतिशत रेलवे खंड का विद्युतीकरण हो चुका है. उन्होंने कहा कि इन इंजन का गैर डीजल क्षेत्रों में बहुत कम उपयोग किया जाता है. उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि चोरों ने इंजन के केवल भारी हिस्से चुराए, पूरे इंजन को नहीं (जो मानवीय रूप से संभव नहीं है) जैसा कि कुछ मीडिया खबरों में बताया गया है लेकिन सीपीआरओ ने यह नहीं बताया कि शेड में खड़े कितने इंजन में चोरी की गई.
बीरेंद्र कुमार ने भी स्पष्ट किया कि चोरों ने यार्ड के लिए सुरंग नहीं खोदी थी जैसा कि कुछ मीडिया हाउस की खबरों में कहा गया था. उन्होंने संभावना जताई कि टूटी चहारदीवारी को फांदकर चोर यार्ड में प्रवेश किए होंगे. यह भी आशंका जताई जा रही है कि वे (चोर) चहारदीवारी के निचले हिस्से को तोड़कर यार्ड में घुसे होंगे.
'और गिरफ्तारियां होने की संभावना'
फिलहाल यार्ड के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बहुत जल्द और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. पिछले सप्ताह बरौनी थाने में गरहरा यार्ड में मरम्मत के लिए लाए गए डीजल इंजन की चोरी का मामला दर्ज किया गया था. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.
मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उनके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर मुजफ्फरपुर जिले के प्रभात नगर इलाके में एक स्क्रैप गोदाम में तलाशी ली गई और ट्रेन के पुर्जों से भरे 13 बोरे पाए गए. उन्होंने कहा कि स्क्रैप गोदाम के मालिक की तलाश जारी है. बरामद वस्तुओं में इंजन के पुर्जे, पहिए और भारी लोहे से बने अन्य उपकरण शामिल हैं. अधिकारी ने कहा था कि यह गिरोह स्टील के पुलों को खोलने और उनके पुर्जे चुराने में भी शामिल है. पिछले साल समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक रेलवे इंजीनियर को पूर्णिया कोर्ट परिसर में रखे पुराने स्टीम इंजन को बेचने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था.
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