Madhubani News: मधुबनी के पैतृक गांव में दारोगा खामस चौधरी का हुआ अंतिम संस्कार, शव पहुंचते ही मचा कोहराम
Madhubani: दारोगा खामस चौधरी बेगूसराय के नावकोठी थाने में तैनात थे. पीछे अपनी मां, पत्नी और चार बच्चों को छोड़ गए. सबसे बड़ा लड़का 14 वर्ष का है जबकि सबसे छोटी लड़की छह साल की है.
मधुबनी: बेगूसराय में तैनात एसआई खामस चौधरी को शराब तस्करों ने गाड़ी से कुचलकर मंगलवार (19 दिसंबर) की रात को मार डाला. वह शराब की सूचना मिलने के बाद पकड़ने के लिए गए थे. इस हादसे में एक होमगार्ड जवान जख्मी हुआ है. बुधवार (20 दिसंबर) की रात गांव में खामस चौधरी का शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. खामस चौधरी मधुबनी के मारर के रहने वाले थे.
परिजनों ने बताया कि खामस चौधरी चार भाई थे. खामस चौधरी से एक बड़े और दो छोटे भाई हैं. चारों भाइयों के सिर से पिता का साया 1980 में ही उठ गया था. सबसे बड़े भाई उमेश चौधरी (उम्र करीब 60 वर्ष) जो अकाउंटेंट हैं उन्होंने ही सभी भाइयों को सहारा दिया. खामस चौधरी (उम्र करीब 50 वर्ष) ने संघर्ष करके पढ़ाई की और यहां तक वह पहुंचे थे.
पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
खामस चौधरी अपने पीछे अपनी मां, पत्नी और चार बच्चों को छोड़ गए. सबसे बड़ा लड़का 14 वर्ष का है जबकि सबसे छोटी लड़की छह साल की है. घटना के बाद घर पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. भाई अशोक चौधरी ने कहा कि इंसाफ मिलना चाहिए. कहा कि यह प्रशासनिक चूक है. रात के 12 बजे ड्यूटी करने गए एक पुलिसकर्मी को कुचल दिया जाता है. ये एक चिंता का विषय है.
बता दें कि मंगलवार की रात बेगूसराय में गुप्त सूचना पर शराब तस्करों को पकड़ने के लिए नावकोठी थाने में तैनात दारोगा खामस चौधरी गए थे. उनके साथ कुछ अन्य पुलिस के जवान भी थे. उन्होंने कार को रोकने का प्रयास किया लेकिन शराब तस्कर ने स्पीड बढ़ा दी और कुचल दिया. खामस चौधरी के साथ एक होमगार्ड जवान को भी कार के चालक ने टक्कर मारी थी. बाद में कार को पुलिस ने बरामद कर लिया. हालांकि गाड़ी में शराब नहीं मिली.
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