Bihar Land Survey: बिहार में 20 अगस्त से जमीन सर्वे का काम चल रहा है. भूमि सर्वे के बाद कई तरह की समस्याओं का भी लोग सामना कर रहे हैं. हालांकि विभाग की ओर से भी इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है कि सर्वे के दौरान जो भी समस्या आ रही है उसे कैसे ठीक किया जाए. इस पर सरकार के अधिकारी लगातार काम कर रहे थे. अब लोगों के हित में नीतीश सरकार (Nitish Government) ने एक बड़ा फैसला लिया है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department) के मंत्री दिलीप जायसवाल (Dilip Jaiswal) ने रास्ता निकाल लिया है. अब जमीन मालिकों की हर समस्या दूर होगी.
सारी समस्याओं की तैयार की गई प्रश्नावली
बुधवार (18 सितंबर) को पत्रकारों से बातचीत में मंत्री दिलीप जायसवाल ने माना कि भूमि सर्वे में लोगों को अभी तक दिक्कत हो रही थी. उन्होंने कहा कि लोगों को जो भी समस्या हो रही थी उसकी एक प्रश्नावली तैयार की गई है. हमने अपने सेक्रेटरी और आईएएस अधिकारी को अलग-अलग गांव में भेज कर वहां के लोगों से सीधा यह जाना कि जमीन पर क्या दिक्कत हो रही है. उसके बाद प्रश्नावली बनाई गई. तीन-चार दिनों में सारे प्रश्नों का जवाब दे दिया जाएगा.
मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि अब किसी को जमीन सर्वे में कोई दिक्कत नहीं होगी. जो भी समस्या हो रही थी उसका हम लोगों ने रास्ता निकाल लिया है. उन्होंने कहा कि शुरू में कोई चीज होता है तो उसमें शुरुआत में समस्या आती है, लेकिन सभी समस्याओं की विभाग ने चिंता की है. तीन-चार दिनों के अंदर जो भी समस्या है उसको दूर कर दिया जाएगा. अब जनता को ये मालूम हो जाएगा कि सर्वे में अब उनको किसी तरह की दिक्कत नहीं होने वाली है.
बता दें कि भूमि सर्वे के पीछे सरकार का मकसद है कि सही जमीन सही व्यक्ति को मिल जाए. हालांकि बीच में यह खबर भी सामने आई थी कि बिहार में जमीन सर्वे को सरकार बंद कर सकती है. हालांकि इसका दिलीप जायसवाल ने खंडन कर दिया है. उन्होंने साफ कहा है कि बिहार में हर हाल में जमीन सर्वे होकर रहेगा.
लोगों को कई तरह की हो रही समस्या
मालूम हो कि गांवों में सर्वे तो शुरू हो चुका है लेकिन खतियान, वंशावली समेत कई तरह की ऐसी समस्याएं हैं जिसको लेकर लोग परेशान हैं. सही जानकारी देने वाला कोई नहीं है. कई लोगों की शिकायत है कि जमीन पर उनका कब्जा तो है लेकिन कागजात कुछ भी नहीं है. ऐसे में वो कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. अब देखना होगा कि प्रश्नावली के माध्यम से विभाग कितने प्रश्नों का जवाब हल के रूप में देता है.
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