पटना में अनफिट गाड़ियां चलाने वालों की खैर नहीं, सभी टोल प्लाजा पर की गई बड़ी व्यवस्था, 8 दिन में वसूले गए 9.5 करोड़
Road Safety: पटना में ट्रैफिक पुलिस की ओर से बड़ी व्यवस्था की गई है. पुलिसकर्मियों की वर्दी पर बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए गए हैं, जिससे अब हर चीज रिकॉर्ड होगी और पारदर्शिता भी बढ़ेगी.
Checking Faulty Vehicles In Patna: ढाई महीना पूर्व उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए बस दुर्घटना में 18 लोगों की मौत के के बाद बिहार सरकार का परिवहन विभाग और पूरी तरह सतर्क हो गया और उसके लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं, जिससे कि अनफिट गाड़ियों पर जहां नकेल कसा जा रहा है तो वहीं विभाग में राजस्व की भी वृद्धि हो रही है. इसकी जानकारी देते हुए मंगलवार (27 अगस्त) को एडीजी यातायात सुधांशु कुमार ने बताया कि ट्रांसपोर्ट विभाग एवं एनआईसी के माध्यम से राज्य के सभी टोल प्लाजा पर सात अगस्त 2024 से ई-डिटेक्शन पोर्टल की शुरुआत की गई है.
उल्लंघन वालों से वसूले गए 9 करोड़ 50 लाख रुपये
सात से 15 अगस्त 2024 तक यातायात नियमों के उल्लंघन पर लगभग 9 करोड़ 50 लाख रुपये का चालान किया गया है. उन्होंने बताया कि ई-डिटेक्शन पोर्टल का उद्देश्य सड़क सुरक्षा की दिशा में सुधार लाना है. राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) पर संचालित इस पोर्टल के माध्यम से सड़क पर चलने वाली अनफिट गाड़ियों पर अंकुश लगाया जा सकता है, जिससे सड़क दुर्घटना में कमी आएगी. सड़क पर अनफिट गाड़ियों के दौड़ने का एक बड़ा उदाहरण हाल ही में 10 जून 2024 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बस दुर्घटना हुई थी, जिसमें बिहार के 18 यात्रियों की मौत हुई थी. ऐसी घटना बिहार में नहीं दोहराई जाए इसको लेकर यह बड़ी व्यवस्था की गई है.
उन्होंने कहा कि आम लोगों को अब पुलिस से उलझने के बजाए कानून का पालन करना होगा, क्योंकि ट्रैफिक पुलिस की ओर से एक बड़ी व्यवस्था की गई है. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की वर्दी पर बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए गए हैं. जिस की वर्दी पर लगे बॉडी वॉर्न कैमरे से अब हर चीज रिकॉर्ड हो रही है, जिससे यातायात नियमों के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई के दौरान पारदर्शिता बढ़ी है. एडीजी सुधांशु कुमार ने बताया कि अभी बॉडी वार्न कैमरा 553 पुलिसकर्मियों के वर्दी पर बॉडी वन कैमरा लगाए गए हैं, जिसमें 500 के करीब सिर्फ पटना में है. इसका उद्देश्य यातायात नियमों के उल्लंघन पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के जरिए की जाने वाली कानूनी कार्रवाई के दौरान वाहन चालकों से मिलने वाली शिकायतों को कम करना है.
बॉडी वॉर्न कैमरे की मदद से यातायात गतिविधियों नजर
उन्होंने बताया कि साथ ही साथ ट्रैफिक पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों के लिए बॉडी वॉर्न कैमरा कानूनी कार्रवाई के दौरान एक कानूनी ढाल का भी काम करेगा. इसके प्रभावी उपयोग के लिए जल्द ही SOP जारी किया जाएगा. यातायात बलों के स्वीकृत पदों के हिसाब से प्रदेश के विभिन्न जिलों में यातायात बलों की पदस्थापना हो जाने से राज्य की यातायात व्यवस्था में गुणात्मक सुधार होगा .साथ ही स्टेट हाईवे पेट्रोलिंग पुलिस में यातायात बलों की पदस्थापना हो जाने से राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) पर होने वाली दुर्घटनाओं में मौत के आंकड़ों में भी कमी लाई जा सकती है.
ये भी पढ़ेंः Bihar News: सड़क दुर्घटना की रोकथाम पर राज्य सरकार एक्टिव, यातायात थानों के लिए 10,332 पदों पर मिली स्वीकृति